भारत और इंग्लैंड महिला टीमों के बीच इंग्लैंड में खेली गई वनडे सीरीज में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को क्लिन स्वीप कर दिया। कल रात खेले गए तीसरे और फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 16 रन से हरा दिया। इस मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाजी काफी कमजोर रही लेकिन गेंदबाजी और फील्डिंग की बदौलत इस मैच में शानदार जीत मिली। भारतीय टीम ने इंग्लैंड को तीसरे वनडे में हराकर सीरीज 3-0 से जीत ली।
इस मैच में जहां एक ओर रेनुका सिंह, झूलन गोस्वामी, राजेश्वरी गायकवाड और दीप्ति शर्मा की शानदार गेंदबाजी देखने को मिली, तो वहीं दूसरी ओर दीप्ति की शानदार फील्डिंग का नजारा देखने को मिला। 170 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की पारी में ये नजारा 45वें ओवर में देखने को मिला।
लेकिन इस मैच के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। दरअसल जब इंग्लैंड को 39 गेंदों में महज 17 रन की जरूरत थी, लेकिन उसके पास सिर्फ एक ही विकेट बचा था उनके 9 विकेट गिर चुके थे। बल्लेबाज चार्ली डीन क्रीज पर डटी हुई थी। वह 80 गेंदें खेलकर 47 रन बनाकर खेल रही थी। ऐसे में टीम इंडिया को अभी भी मैच हारने का डर बना हुआ था। लेकिन फिर भारतीय महिला गेंदबाज दीप्ति शर्मा ने अपनी चालाकी का उदाहरण पेश किया और अपने देश को जीत दिलाई।
Here’s what transpired #INDvsENG #JhulanGoswami pic.twitter.com/PtYymkvr29
— 𝗔𝗱𝗶𝘁𝘆𝗮 (@StarkAditya_) September 24, 2022
टीम इंडिया के लिए चुनौती बन रही कैट दूसरे छोर पर थीं और गेंद डालते वक्त क्रीज से बाहर निकल रही थीं। ऐसे में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने उसकी इस गलती को कई बार देखा और दीप्ति शर्मा को इशारा दे दिया। जैसे ही बॉलर एंड से चार्ली डीन आगे बढ़ीं, उन्होंने बिना देर किए विकेट पर रखीं गिल्लियां बिखेर दीं और मैच खत्म हो गया क्योंकि भारत मैच जीत गया।
ट्वीटर पर खेल भावना का ज्ञान देने लगे अंग्रेज
आपको बता दें कि आईसीसी ने हाल ही में यह स्पष्ट किया था कि बल्लेबाज को क्रीज में ही रहना होगा अगर कोई गेंदबाज उसे इस तरीके से आउट कर देता है तो उसे आउट ही माना जाएगा। यह आईसीसी का क्रिकेट नियम है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। दीप्ति ने इसी नियम के तहत आउट किया। लेकिन ऐसा नियम होने के बाद भी इंग्लैंड के फैंस यहां तक की इंग्लैंड के बड़े बड़े क्रिकेटर ट्वीटर पर रोने लगे और हमको खेल भावना का पाठ पढ़ाने लगे। खुद यह भुल गए कि यह खेल भावना तब कहां गई थी जब साल 2019 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को आईसीसी के एक ऐसे ही नियम के तहत हराया था। हालांकि कल की घटना पर एलेक्स हेल्स ने इसको गलत बताने की बजाय कहा कि जब तक गेंद हार से नहीं छुटती, क्रीज में रहना इतना भी मुश्किल नहीं है। वहीं स्टुअर्ट ब्रॉड और एंडरसन जैसे दिग्गज खिलाड़ी इसको लेकर नाराज दिखे और अपनी तिलमिलाहट जाहिर की।
It shouldn’t be difficult for the non striker to stay in their crease til the ball has left the hand…
— Alex Hales (@AlexHales1) September 24, 2022
वर्ल्ड कप के फाइनल में सुपर ओवर में बराबर स्कोर होने के बाद भी इंग्लैंड को सिर्फ ज्यादा बॉउंड्री के आधार पर जीता मान लिया था। तब तो इंग्लैंड के लोग बहुत खुश हुए थे और चिल्ला चिल्ला कर बोल रहे थे कि ‘अरे यार ये तो आईसीसी का नियम है इसमें हम क्या कर सकते हैं’ लेकिन अब इंग्लैंड वालों को इससे दिक्कत हुई है। यानि कि आईसीसी के नियम सिर्फ इंग्लैंड के लिए हैं भारत के लिए नहीं? यहां तक कि कुछ चुनिंदा भारत के लोग भी इस घटना पर दीप्ति को ही गलत बता रहे हैं और कह रहे हैं ऐसा नहीं करना चाहिए था। लेकिन ज्यादातर भारतीय लोग दीप्ति शर्मा के पक्ष में हैं और दीप्ति पर गर्व कर रहे हैं और करना भी चाहिए।
We have seen this before….
Shabash #DeeptiSharma 👏👏👏#Ashwin #JhulanGoswami #ENGvsIND #Cricket #ViratKohli @CricCrazyJohns @mufaddal_vohra pic.twitter.com/Uwj1cPTrD5— Sonu yadav (@Sonuyadav620) September 24, 2022
वहीं कुछ इंडियन फैंस ने इस घटना पर इंग्लैंड के मजे लेने भी शुरू कर दिए। लोग बोले ये बिल्कुल वैसा ही नजारा था जैसे लगान फिल्म में अंग्रेज क्रिकेट मैच खेलते हुए करते हैं। आमिर खान को गेंद डालते वक्त गेंदबाज दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को आउट कर देता है।
रेनुका सिंह की शानदार गेंदबाजी
टीम इंडिया की जीत में रेनुका सिंह की अहम भूमिका रही। उन्होंने 10 ओवर में 29 रन देकर 4 विकेट चटकाए। राजेश्वरी गायकवाड ने 10 ओवर में 38 रन देकर 2 विकेट निकाले। दीप्ति शर्मा को एक विकेट मिला। वहीं अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रही लीजेंड झूलन गोस्वामी ने 10 ओवर में 30 रन देकर 2 विकेट चटकाए। साथ ही उन्होंने 3 मेडन ओवर भी फेंके।