आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स के ऊपर एक राजनेता ने प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर चेन्नई सुपर किंग्स पर बैन की मांग कोई क्यों उठा रहा है इसके पीछे क्या कारण है? तो आइये आपको बताते हैं पूरा माजरा क्या है।
दरअसल, तमिलनाडु में पाट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के विधायक एस पी वेंकटेश्वर ने तमिलनाडु सरकार से इस बात की मांग की है कि वह चेन्नई सुपर लीग टीम पर प्रतिबंध लगाए। क्योंकि टीम में तमिलनाडु राज्य से कोई भी खिलाड़ी नहीं है। अपने राज्य से कोई खिलाड़ी ना होने से नाराज एस पी वेंकटेश्वर ने ये मांग उठाई है।
वरिष्ठ पीएमके नेता ने विधानसभा में कहा कि तमिलनाडु में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं लेकिन CSK फ्रैंचाइजी ने अपनी 27 सदस्यीय टीम में एक भी खिलाड़ी को नहीं रखा है। उन्होंने कहा कि सीएसके तमिलनाडु के नाम का इस्तेमाल कर खूब पैसे कमा रही है लेकिन उसने तमिलनाडु के खिलाड़ियों को दरकिनार कर दिया है।
तमिलों से जुड़े मुद्दे चठाती है पार्टी
पीएमके पार्टी तमिलों से सम्बंधित मुद्दों को उठाने के लिए जानी जाती है और वेंकटेश्वरन का ताजा बयान इस चिंता पर आधारित है कि तमिलनाडु का कोई खिलाड़ी सीएसके टीम में नहीं है।
विधायक इंडियन प्रीमियर लीग में स्थानीय खिलाड़ियों को मौका नहीं देने पर चेन्नई सुपर किंग्स से इस कदर नाराज हुए कि उनको बैन करने की मांग करने लगे। वेंकटेश्वरन ने विधानसभा में चर्चा के दौरान इस टीम पर प्रतिबंध की मांग करते हुए कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स को तमिलनाडु की टीम के रूप में प्रचारित किया गया है लेकिन इस टीम के पास मौजूदा आईपीएल सीजन में तमिलनाडु का कोई खिलाड़ी नहीं है।
दो साल के लिए बैन हो चुकी है चेन्नई सुपर किंग्स
विधायक ने कहा, ‘‘वे इसे तमिलनाडु की टीम के रूप में पेश करने वाले विज्ञापनों के माध्यम से हमारे लोगों से लाभ कमा रहे हैं। लेकिन हमारे किसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को मौका नहीं दे रहे है।’’
बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स दो साल के लिए बैन हो चुकी है। आईपीएल 2016 और 2017 में यह टीम टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं थी। चेन्नई के साथ राजस्थान रॉयल्स पर भी दो साल का बैन लगा था। इन दोनों टीमों की जगह 2016 और 2017 गुजरात लायंस और राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स ने ली थी। हालांकि, बैन के बाद चेन्नई ने शानदार वापसी की और चैंपियन भी बनीं।
विधायक का इस वजह से चेन्नई सुपर किंग्स पर प्रतिबंध की मांग करना कितना सही है और कितना गलत? आप अपनी राय कमेंट करके जरूर बताइयेगा।