सेमीफाइनल में मैथ्यू वेड की कैच छोड़ने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर हसन अली ने तोड़ी चुप्पी, बोले ये बात

जब पाकिस्तान को टी20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली तो पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली को पाकिस्तानी फैन्स ने बहुत ट्रोल किया और उन्हें बुरा भला बोला। हालांकि बाद में पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर और हसन अली के साथी क्रिकेटरों ने हसन अली के सपोर्ट में आकर फैन्स को हसन अली द्वारा बनाये गए रिकॉर्ड के बारे में जानने की नसीहत दी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हसन अली ने मैच के आखिरी ओवरों में एक कैच छोड़ दिया था, जिसका खामियाजा पाकिस्तान को हार से चुकाना पड़ा। वही पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने अपने इंटरव्यू में हार का जिम्मेदार को हसन अली को माना। इस वजह से हसन अली को और भी ज्यादा गालियाँ पड़ने लगी। चूँकि हसन अली शिया मुस्लिम है इसलिए लोगों ने उनपर और हमले करने शुरू कर दिए।

गौरतलब है कि पाकिस्तान में सुन्नी मुसलमानों की संख्या ज्यादा है लेकिन हसन अली के शिया मुसलमान होने के नाते एक कैच की एवज में इतनी नफरत झेलनी पड़ी। वहीं इस मैच में मैथ्यू वेड ने लगातार तीन गेंदों पर तीन छक्के शाहीन आफरीदी को लगाये थे लेकिन उन्हें कोई कुछ नहीं कह रहा था।

पत्नी भारत की होने पर हसन को झेलना पड़ा और भी गुस्सा

बताते चलें कि हसन अली ने एक भारतीय मुस्लिम लड़की के साथ दुबई में शादी की है। इसलिए पाकिस्तानी फैन्स ने उनपर निशाना साधते हुए उन्हें भारत जाकर रहने की सलाह दे डाली। वहीं भारतीय फैन्स भी हसन अली को सपोर्ट करने लगे। इससे पाकिस्तानी फैन्स और खिसिया गए और वह हसन अली को और ज्यादा बुरा भला बोलने लगे।

जहां एक क्रिकेटर अपने खिलाफ गाली-गलौज होने पर फैन्स को करार जवाब देता है तो वहीं इसके उलट हसन अली ने फैन्स से माफ़ी मांगी है। इसका कारण वह छोड़ा गया कैच है। हसन अली ने कहा कि आगे वह और भी ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे और पाकिस्तान को गर्व महसूस करवाएंगे।

हसन अली ने किया ट्वीट

अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “मुझे पता है कि आप सब दुखी है क्योकि मेरा प्रदर्शन आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। लेकिन मै इससे सबसे ज्यादा दुखी हूँ। मुझमे अपना विश्वास बनाए रखें। मुझसे जब तक संभव हो सकेगा मै पाकिस्तान की सेवा करता रहूँगा। आप सबके सपोर्ट, फोन, ट्वीट और दुवाओ के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया।”


हालांकि कुछ लोग हसन अली के इस माफ़ीनामे पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि हसन अली को माफ़ी नहीं मांगनी चाहिए, उन्हें खुद की उपलब्धियों पर गर्व करना चाहिए। क्योंकि अगर वे माफ़ी मांगते है तो इससे ट्रोलरों को बढ़ावा मिलेगा। आगे चलकर वे खुद को खिलाड़ी से बड़ा मानेंगे और अन्य खिलाड़ियों को भी ट्रोल करेंगे। कुछ लोगों ने तो यहाँ तक कह दिया कि इस्लाम में माफ़ी नहीं मांगी जाती, सीधे सिर कलम किया जाता है।

पाकिस्तान फैन्स द्वारा विश्व कप में इस तरह की हरकत करना कोई आम बात नहीं है। जब लीग मैचों में भारत ने अफगानिस्तान को हराया था तो पाकिस्तानी फैन्स ने ट्विटर पर फिक्सिंग का ट्रेंड चलाया था।

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