जानिए अक्टूबर में भारत में होने वाला T20 वर्ल्ड कप होगा या नहीं, क्या है BCCI का प्लान

भारत में कोरोना महामारी चरम पर है जिसके चलते आईपीएल को भी कैंसल करना पड़ा. ऐसे में अब क्रिकेट फैंस के मन में एक सवाल जरुर आ रहा होगा कि अक्टूबर में भारत होने वाला टी20 विश्व कप होगा या नहीं. इसको लेकर तरह तरह के कयास लगाये जा रहे है. आईपीएल को तो स्थगित कर दिया लेकिन अब बीसीसीआई के सामने असल चुनौती टी20 विश्व कप प्रतिकूल परिस्थितियों में कराने की है.

ख़बरों के अनुसार भारत में बढ़ते कोरोना मामलों के कारण टी20 विश्व कप अक्टूबर में भारत में ही होगा, लेकिन इसे 9 की बजाय 5 शहरों में कराया जा सकता है. आईसीसी हमेशा अपने बैकअप में विकल्प तैयार रखता है और पिछले एक साल से वह विकल्प यूएई है. पिछले साल आईपीएल भी यूएई में ही कराया गया था.

बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि, ‘हमें उम्मीद है कि अभी टी20 विश्व कप शुरू होने में 5 महीने का समय बाकी है और लोगों को वैक्सीन के टीके मिल रहे हैं जिससे कोरोना का कहर कम हो सकता है, अगर ऐसा होता है तो विश्व कप भारत में ही होगा. यह हो सकता है कि 9 शहरों की बजाय मैच 4 या 5 शहरों में हो.’

ICC के एक निरीक्षण दल को 26 अप्रैल को दिल्ली आकर IPL के बायो बबल का जायजा लेना था, लेकिन फिलहाल भारत में यात्रा करने पर कई देशों ने प्रतिबंध लगा रखा है जिसके कारण दौरा स्थगित करना पड़ा. अधिकारी ने कहा, ‘उस टीम को इस सप्ताह आना था. लेकिन यात्रा प्रतिबंध लागू होने से वे बाद में आएंगे.’ हालांकि अब तो आईपीएल ही सस्पेंड कर दिया गया है.

बीसीसीआई महाप्रबंधक धीरज मलहोत्रा ने कहा है कि टी20 विश्व कप के लिए यूएई विकल्प रखा गया है. बोर्ड के अधिकारी ने हालांकि कहा कि परंपरा के तहत यूएई हमेशा दूसरा विकल्प रहता ही है. उन्होंने कहा, ‘आईसीसी टूर्नामेंटों के लिए हमेशा एक विकल्प रहता है और पिछले साल आईसीसी की बैठक में तय होने के बाद यूएई विकल्प है.

धीरज ने जो कहा, उसमें कुछ नया नहीं है. अगर कुछ महीनों में कोरोना महामारी कम नहीं हुयी तो दूसरा प्लान तैयार करना पड़ेगा.’ श्रीलंका, बांग्लादेश या दूसरे देशों में आईसीसी टी20 विश्व कप तीन या चार शहरों में ही होता है, लेकिन भारत में बोर्ड की राजनीति के कारण ऐसा संभव नहीं है.

विश्व कप 2011 और टी20 विश्व कप 2016 के आयोजन से जुड़े रहे बोर्ड के अधिकारी ने कहा, ‘यहां बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली का शहर (कोलकाता), उपाध्यक्ष राजीव शुक्ल का शहर (लखनऊ), सचिव जय शाह का शहर (अहमदाबाद) और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल का शहर (धर्मशाला) है.’ उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा मुंबई, चेन्नई , दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद तो हैं ही.’

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