जब से पैट कमिंस ने कोरोना महामारी से लड़ने की लिए भारत को 37 लाख रूपए देने की घोषणा की है लोग यह सवाल उठा रहे थे कि भारतीय क्रिकेटर मदद के लिए आगे क्यों नहीं आ रहे. लेकिन शायद बहुत कम लोगों को पता है कि इस महामारी से लड़ने के लिए भारतीय खिलाडियों ने भी अपने स्तर पर योगदान दिया है.
बता दें कि मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी हार्दिक पंड्या ने शनिवार को बताया कि क्रुणाल सहित उनका परिवार कोरोना महामारी से जूझ रहे देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 200 ऑक्सीजन कनसंट्रेटर्स दान करेगा. उन्होंने कहा, ‘क्रुणाल, मैं और मेरी मां, मूल रूप से हमारा पूरा परिवार मदद करने की कोशिश कर रहा था. हमने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 200 ऑक्सीजन कंनसंट्रेटर्स दान करने का फैसला किया है.
पंड्या ने आगे कहा ‘मुझे लगता है कि वहां चिकित्सा बुनियादी ढांचे को ज्यादा समर्थन देने की जरुरत है.’ हार्दिक ने कहा, ‘यह मुश्किल समय है यह हम सभी समझते हैं, हम अपनी कृतज्ञता, समर्थन दिखाना चाहते हैं और हर किसी को बताना चाहते हैं कि वे हमेशा हमारी प्रार्थना में हैं.’
पंड्या भाइयों से पहले भारत के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, शिखर धवन और जयदेव उनादकट, ने भी कोविड-19 से लड़ रहे भारत के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है. शिखर धवन ने ऑक्सीजन सिलेंडर और कनसंट्रेटर्स खरीदने के लिए एक NGO (गैर सरकारी संगठन) को 20 लाख रुपये का दान दिया है.
धवन ने टूर्नामेंट खत्म होने के बाद विभिन्न मैचों में प्राप्त अपनी पुरस्कार राशि को भी दान करने का भी फैसला किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘हम अभी अभूतपूर्व समय में हैं और यह समय की जरूरत है कि हम एक-दूसरे की मदद करने के लिए हर संभव कोशिश करें.’ इस समय भारतीय अस्पताल कोविड-19 महामारी की घातक दूसरी लहर से परेशानी का सामना कर रहे हैं.
सचिन तेंदुलकर ने भी ‘ऑक्सीजन इंडिया’ नाम की एक NGO को एक करोड़ रुपये का दान दिया था. ‘ऑक्सीजन इंडिया’ का संचालन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनजीओ) के 250 कारोबारियों द्वारा संचालित किया जाता है.