टी20 विश्व कप से भारत के बाहर होने के ठीक एक हफ्ते बाद ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मौजूदा राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के कॉन्ट्रैक्ट को बर्खास्त कर दिया। बीसीसीआई एशिया कप और विश्व कप में टीम इंडिया के ख़राब प्रदर्शन के लिए मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा और रोहित शर्मा पर गाज गिराने के लिए तैयार है। चेतन शर्मा का जो होना था वह तो हो चुका अब रोहित शर्मा का जो होना है वह नए चयनकर्ताओं के हाथ में हैं। आइये इस बारे में जानते हैं कि बीसीसीआई रोहित शर्मा पर किस तरह की कार्रवाई कर सकती हैं।
बीसीसीआई ने चेतन शर्मा की अगुआई वाली चयन समिति का कार्यकाल नहीं बढ़ाने का फैसला किया है और पांच सदस्यों के चयनकर्ताओं के पदों के लिए आवेदन मांगे हैं।
नए सेलेक्शन पैनल को “हर फार्मेट में टीम के लिए अलग-अलग कप्तान चुनने की जिम्मेदारी होगी। टीम और व्यक्तिगत ख़राब प्रदर्शन के कारण रोहित शर्मा की टी20 में कप्तानी छिन सकती हैं। उनकी जगह एक ऐसे खिलाड़ी को टी20 को कप्तान बनाया जा सकता है जो 2024 टी20 वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया की कप्तानी करेगा। आइये जानते हैं कि कौन है वह खिलाड़ी।
टी20 में रोहित की हार्दिक पांड्या कप्तान
टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड के हाथों सेमी-फाइनल में हार के बाद बाहर होने से आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को ख़त्म नहीं करने बाद भारतीय क्रिकेट अलग-अलग फार्मेट में अलग-अलग कप्तानो को देख सकता है।
वर्तमान में रोहित शर्मा सभी फार्मेट में टीम की कप्तानी कर रहे हैं लेकिन न्यूजीलैंड के मौजूदा सीमित ओवरों के दौरे के लिए हार्दिक पांड्या टीम के कप्तान बनाये गए हैं। पांड्या टी20 में कप्तानी की बागडोर संभाल सकते हैं। उन्होंने गुजरात टाइटन्स को अपने उद्घाटन सीजन में ही इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जिताया है। कप्तानी के एक अन्य संभावित दावेदार जसप्रीत बुमराह हैं लेकिन अभी वह चोटिल हैं और यह देखना बाकी है कि जब वह टीम में वापसी करते हैं तो क्या होता है।
रोहित पहले से ही 35 साल के हो चुके है और बोर्ड उन्हें अगले साल 50 ओवरों के विश्व कप के लिए ही कप्तान के रूप में रखना चाहता है। साथ ही पांड्या को 2024 में अगले टी 20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया में हुए विश्व कप में शामिल सीनियर खिलाड़ियों को अगले विश्व कप में जगह नहीं मिलने की उम्मीद है।
बीते शुक्रवार को बीसीसीआई ने चयनकर्ता के पांच पदों के लिए आवेदन मांगे थे। निर्धारित मानदंडों के अनुसार, उम्मीदवारों को कम से कम सात टेस्ट मैच या 30 प्रथम श्रेणी मैच, या 10 वनडे और 20 प्रथम श्रेणी मैच खेलने जरूरी है।
बीसीसीआई द्वारा निर्धारित मानदंड के अनुसार नए सेलेक्टर को सीनियर पुरुष टीम के लिए एक मजबूत बेंच स्ट्रेंथ तैयार करने की जिम्मेदारी है। बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में जब से रोजर बिन्नी ने जिम्मेदारी संभाली है तब से टीम मैनेजमेंट में कई बदलाव होने की उम्मीद है।
बीसीसीआई के एक सूत्र के मुताबिक, मौजूदा चयन समिति के सदस्य अगर चाहें तो इन पदों के लिए फिर से आवेदन कर सकते हैं। हालांकि पूरी संभावना है कि बोर्ड मौजूदा पैनल को चुनने के बजाय नए चेहरों को चुनेगा।