ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैथ्यू वेड ने एक सप्ताह के बाद अपनी बेईमानी पर दी प्रतिक्रिया, कही ये बात

इंग्लैंड क्रिकेट टीम टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों की टी20 सीरीज खेली। इस सीरीज के दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर मैथ्यू वेड ने एक ऐसी गलती कर दी थी जिसकी वजह से उनकी वर्ल्ड क्रिकेट में काफी फजीहत हुई। तमाम पूर्व क्रिकेटरों ने मैथ्यू वेड को इस घटना के लिए गलत ठहराया था। वहीँ इस बात को एक हफ्ते हो चुके हैं और अब जाकर मैथ्यू वेड ने अपनी गलती मानी है। आइये जानते हैं कि क्या है पूरा मामला-

ऑस्ट्रेलियाई कीपर-बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने स्वीकार किया कि वह पिछले हफ्ते मार्क वुड के साथ अपने विवादास्पद रन-इन घटना में गलत थे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें आउट दिया गया होता तो वह बिना किसी शिकायत के पवेलियन लौट जाते।

यह घटना ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच दूसरे T20I में हुई। दरअसल 17वें ओवर की तीसरी गेंद मार्क वुड ने तेज शार्ट फेंकी। जो मैच्यु वेड के बल्ले से लगी और ऊपर उठ गई। मार्क वुड ने अपने फॉलो-थ्रू में कैच के लिए जाने की कोशिश की, लेकिन वेड मार्क वुड के रास्ते में आ गए और वीडियो में जो दिखा उसमे लगा कि वेड वुड को अपने हाथों से रोक रहे थे ताकि वुड कैच न ले सकें।

इंग्लिश कप्तान जोस बटलर और वुड ने अंपायर से सवाल किया, लेकिन जब अम्पयार ने बटलर से इसके लिए अपील करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया।

अब एक हफ्ते के बाद 34 वर्षीय वुड ने अपनी गलती मानी है कि उन्होंने इस घटना का जब वीडियो देखा तो वह चकित रह गए। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने यह जानबूझकर नहीं किया था। उनका वुड को कैच लेने से रोकने का कोई इरादा नहीं था।

अपने बयाने में वुड ने कहा, “जब मैंने इसे मैच के बाद देखा तो यह गन्दा लग रहा था। यह उन चीजों में से एक थी जो बहुत तेजी से हुई। मुझे लगता है कि जब मैं मैदान से बाहर निकला तो केन रिचर्डसन ने मुझे इसके बारे में बताया था। रिचर्डसन ने मुझसे कहा, ‘आपने उसे धक्का दिया’। मैं ऐसा था, ‘नहीं, मैंने नहीं किया’। और फिर मैंने रीप्ले देखा और मैं अवाक था।”

वेड ने आगे कहा, “वुड 150 किमी प्रति घंटे की गेंदबाजी कर रहे थे। स्पीड बहुत ज्यादा थी। मुझे तो नहीं लगा कि गेंद मेरे बल्ले से लगी। यह मेरे सिर पर लगी। मैं रन लेने के लिए भागा। लेकिन वार्नर ने मुझे वापस भेजा, मैंने मुड़कर देखा और वुड को दौड़ते हुए देखा। तब मुझे यकीन नहीं था कि मैं रन आउट होने वाला था या गेंद कहां थी। यह सब सचमुच ऐसे ही हुआ। और फिर अगले मिनट, मैं जमीन पर था, ऊपर देखा और गेंद नीचे आ रही थी। तो हाँ, यह बहुत अच्छा नहीं लगा।”

इसके अलावा, वेड ने कहा कि अगर अम्पयार उन्हें आउट देते तो वह फैसले का कोई विरोध नहीं करते। जब बटलर से बाद में अपील न करने के बारे मे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अपील करके ऑस्ट्रेलिया में कोई कंट्रोवर्सी नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपील नहीं की।


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोई भी ऑस्ट्रेलियाई कभी भी फील्ड में बाधा डाल कर आउट नहीं हुआ है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 11 बल्लेबाज ही इस तरह से आउट हुए हैं इसमें ऑस्ट्रेलिया का एक भी खिलाड़ी शामिल नहीं है।

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