छक्का लगते ही बौखलाए पाकिस्तानी गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने की शर्मनाक हरकत, ICC ने ठोका जुर्माना

हम अक्सर सुनते हैं कि हर एक खेल को खेल भावना के साथ खेलना चाहिए। लेकिन कई बार खिलाड़ी मैदान पर इतने उग्र हो जाते हैं कि उनको इस बात का लिहाज ही नहीं रहता। कुछ ऐसा ही हुआ पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी के साथ। उन्होंने आईसीसी का एक तोड़ते हुए बड़ी गलती कर दी। जिसके लिए आईसीसी ने उन्हें सजा भी दी है। शाहीन अफरीदी ने अपने किए की माफी भी मांगी लेकिन माफी से काम नहीं चला।

बता दें कि यह पूरा मामला पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे टी20 मैच का है। बांग्लादेश के बल्लेबाज हुसैन क्रीज पर थे उन्होंने अफरीदी की एक गेंद पर जोरदार छक्का लगाया था, जो कि शाहीन अफरीदी को हजम नहीं हुआ अगली गेंद पर उन्होंने फोलो थ्रू में गेंद लेकर इसे स्टंप की ओर पूरा जोर लगाकर फेंका, लेकिन हुसैन उस समय अपनी क्रीज पर थे और वो गेंद बल्लेबाज को लग गई और उन्हें देखने के लिए डॉक्टर को मैदान पर जाना पड़ा था।

शाहीन अफरीदी की इस हरकत को देखकर पाकिस्तानी खिलाड़ी भी स्तब्ध रह गए। सोशल मीडिया पर भी शाहीन अफरीदी की खूब आलोचना की गई। इस मामले में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कड़ा कदम उठाया है। अफरीदी ने इसके लिए माफी मांग ली थी, लेकिन आईसीसी ने माफी के बाद भी उन्हें नहीं बख्शा और अब उन पर जुर्माना भी लगा दिया। अफरीदी पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।

वीडियो में देखिए शाहीन अफरीदी की हरकत


आईसीसी ने शाहीन अफरीदी को अपनी आचार संहिता के अनुसार यह ‘लेवल एक’ का उल्लघंन करने का दोषी पाया है। यह शाहीन का 24 महीने में पहला उल्लंघन था जिससे उनके अनुशासनात्मक रिकार्ड में एक डिमैरिट अंक भी जुड़ गया है।

आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘अफरीदी ने मैच रैफरियों के एमिरेट्स आईसीसी पैनल के नीयामुर राशिद द्वारा प्रस्तावित उल्लघंन और जुर्माने को स्वीकार कर लिया है इसलिये आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।’


वैसे जब मैच खत्म हो गया तो अफरीदी अफीफ हुसैन के पास गए और व्यक्तिगत रूप से उनसे क्षमा प्रार्थना की। इसका एक वीडियो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शेयर किया जिसमें शाहीन मैच के बाद हुसैन की ओर जा रहे हैं और अपनी इस हरकत के लिये माफी मांग रहे थे। सोशल मीडिया पर लोगों ने शाहीन अफरीदी के रवैए को काफी खराब बताया और उन्हें सलाह दी कि खेल भावना से खेलते हुए अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए। यह खेल का मैदान है कोई जंग का मैदान नहीं है।

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