न्यूजीलैंड से हार के बाद भारतीय टीम को खूब आलोचना का सामना करना पड़ा। बड़े-बड़े पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने भी टीम की रणनीति को लेकर सवाल उठाए। इसी बीच पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने भी रोहित शर्मा को लेकर एक बात कही है। उन्होंने विराट कोहली को दोष दिया है। बता दें कि भारतीय टीम का आवश्यक फाइनल में पहुंचने का सपना पूरा होना बहुत मुश्किल है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में रोहित शर्मा की जगह केएल राहुल के साथ ईशान किशन को ओपनिंग में उतारा गया था यह फैसला सुनील गावस्कर को रास नहीं आया। सुनील गावस्कर का मानना है कि रोहित शर्मा जैसे अनुभवी ओपनर बल्लेबाज की जगह किसी दूसरे खिलाड़ी को भेजना सरासर गलत फैसला था। इस बारे में बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि, “ईशान किशन हिट-या-मिस खिलाड़ी हैं और उनके जैसा बल्लेबाज नंबर 4 या नंबर 5 पर चलता है तो बेहतर है। वह खेल की स्थिति के अनुसार खेल सकता था।
नहीं बदलना चाहिए था रोहित शर्मा का बैटिंग ऑर्डर
सुनील गावस्कर ने बताया की अब क्या हुआ है कि रोहित शर्मा से कहा गया है कि ट्रेंट बोल्ट की बायें हाथ की तेज गेंदबाजी का सामना करने के लिए हमें आप पर भरोसा नहीं है।” अगर किसी खिलाड़ी के साथ आप ऐसा करेंगे तो निश्चित रूप से उसका आत्मविश्वास कमजोर होना लाजमी है। एक खिलाड़ी जो इतने सालों से ओपनिंग कर रहा है उसके साथ अचानक ऐसा करोगे तो वह खुद भी सोचने लगेगा कि शायद उसमें क्षमता नहीं है। यह सारा खेल मनोविज्ञान का है। क्रिकेट में आपको शारीरिक के अलावा मानसिक रूप से भी मजबूत होना पड़ता है।
गावस्कर ने कहा अगर ईशान किशन ने 70 रन बनाए होते तो हम तालियां बजाते। लेकिन जब चाल काम नहीं करेगी, तो आपकी आलोचना की जाएगी। इसमें कोई शक नहीं है। हालांकि ईशान किशन, जिन्होंने हाल ही में ओपनिंग में बल्लेबाजी करते हुए कुछ शानदार पारियां खेली थीं, उनके इस प्रदर्शन के बाद ही उन्हें सूर्यकुमार यादव की जगह मौका मिला। लेकिन रोहित शर्मा की जगह उनको भेजना सही नहीं था। रोहित, चार टी20 शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज और सफेद गेंद वाले क्रिकेट में सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम सिर्फ 110 रन ही बना सकी और ईशान किशन आठ गेंदों में चार रन बनाकर बहुत जल्दी पवेलियन लौट गए। वहीं रोहित ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 14 रन की पारी खेली। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को यह फैसला अच्छा नहीं लगा क्योंकि उन्हें लगा कि इस फैसले से रोहित के आत्मविश्वास में कमी आ सकती है।