टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया के बाहर होने के बाद चेतन शर्मा की अगुवाई वाली पूरी चयन समिति को बीसीसीआई ने 18 नवंबर 2022 को बर्खास्त कर दिया। बीसीसीआई ने चेतन शर्मा को बर्खास्त करने के बाद भारत के राष्ट्रीय चयनकर्ता पद के लिए भी आवेदन मांगे हैं। हालांकि फैन्स कई कयास लगा रहे हैं कि आखिर बोर्ड ने अचानक से सभी को बर्खास्त क्यों कर दिया। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने अपने बयान में कहा, “बदलाव होना था और स्वीकार करना होगा कि टीम सेलेक्शन में कुछ गलत फैसले हुए। हमें एक नई शुरुआत की जरूरत थी। उनके कार्यकाल ख़त्म हो रहे थे और हमें नए दृष्टिकोण और नई मानसिकता के साथ नए सिरे से शुरुआत करनी थी। हम जो परिणाम चाहते थे वह हमें नहीं मिला और जय और आशीष के मेलबर्न से वापस आने के बाद हमने फैसला किया कि पूरी तरह से नया पैनल होना सबसे अच्छा होगा।”
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सेमीफाइनल में शर्मनाक हार के बाद चेतन शर्मा, देबाशीष मोहंती, हरविंदर सिंह और सुनील जोशी को टीम के चयनकर्ता पद से हटा दिया है। पिछले कुछ महीनों में, चयन समिति अपने विवादास्पद और संदिग्ध निर्णयों के लिए निशाने पर रही है। उनमे से कुछ के बारे में नीचे बताया जा रहा है।
बुमराह की फिटनेस का नहीं रखा गया ख्याल
चेतन शर्मा की अध्यक्षता वाले चयनकर्ताओं ने जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड को सही से मैनेज नहीं किया गया। यही कारण था कि बुमराह टी20 वर्ल्ड से बाहर हो गए। कई और खिलाड़ियों का भी फिटनेस काफी ख़तरे में रहा क्योंकि उन्हें पर्याप्त आराम नहीं दिया गया। वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर काफी सतर्क हैं। उन्होंने खिलाड़ियों के वर्कलोग मैनेजमेंट को अपना प्रमुख लक्ष्य बनाया है।
भारतीय टीम चयनकर्ताओं से थी नाराज
बर्खास्तगी के बाद ख़बर आ रही है कि भारतीय टीम चयनकर्ताओं से नाराज थी क्योंकि कुछ चयनकर्ता टीम के प्रैक्टिस सेशन में आया करते थे। यह टीम के खिलाड़ियों को सही नहीं लगता था। खिलाडियों ने जब इसकी शिकायत की तो बीसीसीआई ने यह फैसला लिया।
कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद चयनकर्ता नहीं ढूढ़ पाएं उनका स्थिर विकल्प। कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा को सभी फॉरमेट में कप्तान तो बनाया लेकिन रोहित शर्मा के चोटिल होने के बाद रोहित का एक स्थिर विकल्प चयनकर्ता ढूढ़ नही पाए। अकेले 2022 में 8 भारतीय खिलाड़ियों ने टीम की अलग-अलग फ़ॉर्मेट में कप्तानी की। जोकि एक रिकॉर्ड था। टीम भी उन्होंने जो चुनी वह स्थिर नहीं थी।
विश्व कप और एशिया कप का ख़राब प्रदर्शन
गौरतलब है कि विश्व कप के सेमीफाइनल और एशिया कप में ख़राब प्रदर्शन की वजह से चयनकर्ता निशाने पर आ गए थे। कुछ लोगों ने जो टीम चुनी गयी थी उसकी बुराई भी की थी।
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की हार
आपको बता दें कि पिछले 2 सालों में भारतीय टीम कई बड़े टूर्नामेंट जीतने के लिए फैवरेट मानी जाती रही लेकिन ऐन मौके पर आकर टीम नहीं जीत सकी। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की हार भी एक ऐसी ही हार थी। यही कारण है कि बीसीसीआई ने नए सिरे से टीम सेलेक्शन कमिटी को नियुक्त करने का फैसला किया।