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क्या आप जानते हैं क्रिकेट खिलाडियों की टी-शर्ट नंबर का चुनाव कैसे होता है ?

अगर आप क्रिकेट देखने के शौकीन है तो अपने देखा होगा की हर टीम के खिलाड़ी अलग-अलग नंबर की टी-शर्ट पहनकर मैदान में उतरते हैं। जैसे वर्तमान में धोनी 7 नंबर रोहित शर्मा 45 नंबर और विराट 18 नंबर की टी-शर्ट पहनते हैं। क्या आपने कभी अपने सोचा है कि इन खिलाड़ियों की टी-शर्ट पर जो नंबर होते है उन्हें कौन चुनता है ? अगर आप क्रिकेट देखते है तो आपके मन में इस तरह का सवाल जरूर आया होगा।

खिलाडियों का टी-शर्ट नंबर कौन तय करता है :

बता दें की इसमें BCCI और ICC की कोई भूमिका नहीं होती है। अपनी टी-शर्ट का नंबर खिलाड़ी खुद ही तय करते है। लेकिन इसमें भी नियम होता है कि एक ही टीम के दो खिलाड़ी एक जैसे नंबर की टी-शर्ट नहीं पहन सकते है। आपने देखा होगा जब कोई नया खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करता है तो उसे कप्तान के द्वारा एक कैप दिया जाता है। जो दर्शाता है की वह खिलाड़ी अपने देश की तरफ से मैच खेलने वाला कितने नंबर का खिलाड़ी बन चुका है।

इसके साथ ही आपने देखा होगा की हर खिलाड़ी की जर्सी के पीछे उसका नाम और एक नंबर लिखा होता है। जिसे खिलाड़ी खुद अपनी मर्जी से चुनता है। बशर्ते वह नंबर पहले से चुना हुआ न हो। अपना टी-शर्ट नंबर चुनने के पीछे खिलाड़ियों की कई वजह हो सकती हैं जैसे कि उनका कोई लकी नंबर या फिर उनके जन्मदिन की तारीख इत्यादि। चलिए अब आपको कुछ बड़े भारतीय क्रिकेट खिलाडियों के बारे में बताते हैं कि उन्होंने अपना टी-शर्ट नंबर किस हिसाब से चुना है।

1. सचिन तेंदुलकर :

Sachin-Tendulkar Tshirt number

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की टी-शर्ट नंबर 10 था। उन्होंने 10 नंबर की टी-शर्ट पहनकर खेलते हुए अपने करियर में 100 शतक लगाए। उनके लिए टी-शर्ट नंबर 10 काफी लकी साबित हुआ। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था की उनके सरनेम में 10 आता है इसलिए उन्होंने अपनी टी-शर्ट का नंबर 10 चुना।

2. विराट कोहली :

Virat Kohli jersey number is 18

भारत के वर्तमान कप्तान विराट कोहली के पिता जी का 18 दिसंबर 2006 को निधन हो गया था इसलिए वो 18 नंबर की टी-शर्ट पहनते है। जिसे वो काफी भाग्यशाली मानते है। विराट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था की इस नंबर की टी-शर्ट पहनकर खेलते हुए उनको अपने पापा के आस-पास होने का एहसास होता है।

3. महेंद्र सिंह धोनी :

Mahindra-Singh-Dhoni-Jersey-Number-7

कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी का जर्सी नंबर हर क्रिकेट प्रेमी जानता है। उनकी टी शर्ट का नंबर 7 है जो उन्होंने खुद चुना है। धोनी के लिए 7 नंबर बहुत लकी माना जाता हैं। बता दें कि उनका जन्मदिन भी सातवें महीने की सात तारीख को आता है और ज्यादातर वह 7 नंबर पर ही बैटिंग करते आते हैं। इसके अलावा उनके फेवरेट फुटबॉल खिलाड़ी रोनाल्डो भी उनकी तरह 7 नंबर की टी शर्ट पहनकर खेलते हैं।

4. विरेंद्र सहवाग :

Sehwag jersey number

जब विरेंद्र सहवाग ने खेलना शुरू किया तो वे 44 नंबर की टी-शर्ट पहनते थे लेकिन थोड़े समय बाद उन्होंने 44 नंबर की टी-शर्ट पहनकर खेलना छोड़ दिया और एक ज्योतिषी के कहने पर 46 नंबर अपना लिया। किंतु यह नंबर भी उनके लिए ज्यादा लकी साबित नहीं हुआ। फिर सहवाग ने फैसला किया कि वे बिना नंबर की टी-शर्ट पहनकर खेलेंगे। कई साल वे बिना नंबर की टी-शर्ट पहनकर खेले और उन्होंने कई रिकॉर्ड भी बनाए।

5. रोहित शर्मा :

rohit-sharma-tshirt-number-45

हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा 45 नंबर की टी-शर्ट पहनते है। दरअसल रोहित चाहते थे कि उनको 9 नंबर की जर्सी मिले लेकिन यह नंबर पहले ही पार्थिव पटेल को दिया जा चुका था। जिसके बाद रोहित की मम्मी ने उनको 45 नंबर चुनने की सलाह दी और यह नंबर उनके लिए बहुत लकी रहा।

6. हार्दिक पांड्या :

Hardik Pandya Jersey number 228

भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अपने बड़े शॉट्स के कारण अपने फैंस के दिलो में एक अलग जगह बना चुके है। अगर इनके टी-शर्ट नंबर चुनने की बात की जाए तो इन्होंने अंडर 16 का मैच खेलते हुए 228 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी तभी से हार्दिक पांड्या 228 नंबर की टी-शर्ट पहनते है। हालांकि कई बार हार्दिक 33 नंबर की जर्सी पहने भी दिखाई देते हैं।

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अगर सपने में दिखाईं दें ये 5 चीजें तो किसी के साथ ना करें शेयर, वरना पड़ सकता है पछताना

सपने हमारी रात की नींद का अहम हिस्सा होते है। दुनिया में लगभग सभी लोगों को रात में सोते हुए अलग-अलग तरह के सपने दिखाई देते है। जिनमें से कुछ अच्छे होते है जिन्हें हम दूसरों के साथ शेयर कर सकते है। जबकि कुछ सपने ऐसे भी होते जो किसी के साथ शेयर करने नहीं करने चाहिए। यानी कि व्यक्ति को नींद में होने के दौरान कुछ ऐसे भी सपने दिखाई देते है, जिन्हें दूसरों को बताने से बचना चाहिए क्योंकि इनका अंजाम बुरा हो सकता है।

चलिए जानते है कि आपको किस तरह के सपने अपने दोस्तों या अपने परिवार वालों के साथ कभी भी शेयर नहीं करने चाहिए। हमने नीचे उन सपनों के बारे में विस्तार से बताया है जो किसी दूसरे के साथ बिल्कुल भी शेयर नहीं करने चाहिए।

1. जब सपने में दिखाई दें भगवान :

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सपने में अगर आपको आशीर्वाद देते हुए भगवान के दर्शन होते है तो इसका मतलब होता है कि आपकी आत्मा इस संसार में बाकी लोगों से ज्यादा पवित्र और शुद्ध है। इसके साथ ही इस तरह के सपने से स्पष्ट होता है की भगवान आपकी आत्मा में हमेशा निवास करेंगे। तो अगर आपको इस तरह के सपने आते है तो उन्हें भूलकर भी किसी के साथ शेयर ना करें। अगर इस तरह का सपना आप किसी के साथ शेयर करते है तो इससे आपको नुकसान हो सकता है।

2. सपने से मिलने वाला फल हो जाता है बेकार :

अगर आपको स्वप्न में भगवान के दर्शन बार-बार हो रहे है तो आप अपने इस तरह के सपने किसी और के साथ शेयर ना करे। ऐसे सपने आपको संकेत देते हैं कि आपको जल्द ही कोई खुशख़बरी मिलने वाली है। ऐसे में अगर आप इस तरह के सपनों को किसी के साथ शेयर करते हैं तो आपको इन सपनों से मिलना वाला फल बेकार हो सकता है और आपका बना बनाया काम बिगड़ सकता है। इसलिए इस तरह के सपने सिर्फ अपने तक सीमित रखें और किसी का न बताएं।

3. जब माता-पिता आपको पानी पिलाते दिखें :

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सपने में अगर आपके माता-पिता आपको पानी पिलाते हुए दिखाई दें तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे सपनों का मतलब होता है की आपकी भविष्य में काफी तरक्की होने वाली है और आपकी दुनिया में एक अलग पहचान बनने वाली है। इसलिए इस तरह का सपना भी किसी के साथ शेयर ना करें। अगर आप अपने इस सपने को किसी के साथ शेयर करते हैं तो आपको नुकसान हो सकता है।

4. अचानक सपने में सांप का दिखाई देना :

Indian Cobra

यदि आपको रात को सोते समय सपने में सांप दिखाई दे तो डरें नहीं क्योंकि सपने में सांप का दिखाई देना शुभ माना जाता हैं। गौरतलब है कि कई बार हम सपने में अचानक सांप को देखकर डर जाते हैं और हमारी नींद खुल जाती हैं लेकिन ऐसा सपना लाभकारी होता हैं। सपने में सांप देखने का अर्थ है भविष्य में मान सम्मान मिलने वाला है। परंतु इसका लाभ तभी मिल पाता है जब आप इस सपने को किसी भी दोस्त या रिश्तेदार से छुपाकर रखें।

5. सपने में नदी के पार करना :

हर सपने का अलग-अलग मतलब होता हैं और सपनों का हमारे जीवन में काफी महत्व भी होता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार व्यक्ति जो कुछ भी सपने में देखता है उसका प्रभाव उसके असल जीवन पर जरूर पड़ता है। यदि आप सपने में खुद को तैरते हुए नदी पार करते देखते हैं तो यह सपना अच्छा माना जाता हैं। नदी को पार करना यह संकेत देता है कि आप जीवन की चुनौतियों को पार करने वाले हैं। अगर आपको ऐसा सपना दिखाई दें तो किसी के साथ शेयर ना करें।

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ये हैं दुनिया के 6 सबसे शरीफ क्रिकेट खिलाड़ी, जिन्होंने आज तक कभी नहीं किया झगड़ा

कोई भी खेल हो हर खिलाड़ी को उसे खेलभावना से ही खेलना चाहिए लेकिन क्रिकेट मैचों में अक्सर आपने देखा होगा कि कई खिलाड़ी अपना आपा खो देते हैं और विपक्षी टीम के खिलाड़ी से झगड़ने लगते हैं। क्रिकेट इतिहास में हम ऐसी कई घटनाएं देख चुके हैं जब खिलाड़ी एक-दूसरे को गालियां देने पर उतर आते हैं। यहां तक कि हरभजन ने तो एक आईपीएल मैच के दौरान श्रीसंत को गुस्से में थप्पड़ भी जड़ दिया था। क्रिकेट मैदान पर खिलाड़ियों में कहासुनी होना कोई बड़ी बात नहीं है।

पाकिस्तानी खिलाड़ी शाहिद अफरीदी और गौतम गंभीर को भी आप कई बार एक-दूसरे से भिड़ते देख चुके होंगे। इसके अलावा हरभजन और सायमंड्स वाला विवाद भी किसी से छुपा नहीं है। कई बार तो भारतीय कप्तान विराट कोहली भी अपना धैर्य खो देते हैं और खिलाड़ियों से लेकर अम्पायर के गलत फैसले पर भी आगबबूला हो जाते हैं। लेकिन क्रिकेट के कुछ ऐसे दिग्गज खिलाड़ी भी हैं जो लंबे समय तक क्रिकेट खेल चुके हैं लेकिन आजतक उनको किसी से लड़ाई तो दूर की बात बहस करते भी नहीं देखा। आज हम आपको छह ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिनको सबसे शरीफ क्रिकेट खिलाड़ी माना जाता हैं।

केन विलियमसन (न्यूजीलैंड) :

Kane Williamson

न्यूजीलैंड टीम के कप्तान केन विलियमसन को आपने बॉलर्स की खूब पिटाई करते देखा होगा लेकिन सिर्फ उनके बल्ले से। असल में वह बेहद शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं जो आजतक किसी के साथ नहीं भिड़े हैं। केन विलियमसन सभी खिलाड़ियों से प्यार से पेश आते हैं और किसी से बहस नहीं करते। चाहे मैच की परिस्थिति कैसी भी हो वह अपना धैर्य बनाये रखते हैं। बता दें कि वह आईपीएल में हैदराबाद की टीम की कप्तानी भी करते हैं और भारतीय दर्शक इस खिलाड़ी को बहुत पसंद करते हैैं।

हाशिम अमला (दक्षिण अफ्रीका) :

Hashim Amla

दक्षिण अफ्रीका टीम के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला भी शांत प्रवृत्ति के खिलाड़ी हैं। वह टेस्ट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। वे मैदान पर बिल्कुल शांत तरीके से खेलते हैं और किसी से झगड़ा नहीं करते। हाशिम अमला का कहना है कि, ‘मैं हमेशा से रोजे रखता रहा हूं मुझे लगता है कि इससे अच्छी मानसिक और अध्यात्मिक कसरत हो जाती है। इससे मुझे अनुकूलन में मदद मिलती है’।

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) :

sachin tendulkar

‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने दो दशक से भी ज्यादा समय तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला हैं। इतने लंबे क्रिकेट करियर में उन्होंने हर तरह के आक्रामक गेंदबाजों का सामना किया है जिनमें से कुछ उनको गुस्सा दिलाकर आउट करने का प्रयास थे लेकिन सचिन हमेशा धैर्य के साथ खेलें और कभी किसी से नोंक-झोंक नहीं की। उनके व्यवहार की आज भी सराहना की जाती हैं और शायद यही कारण है कि उनको क्रिकेट का भगवान कहा जाता हैं।

एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) :

AB de Villiers

भारत में जिस विदेशी खिलाड़ी को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं वो है दक्षिण अफ्रीका के ताबड़तोड़ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स। बता दें कि डिविलियर्स बहुत ही मिलनसार व अच्छे स्वभाव के खिलाड़ी हैं उनको मैदान पर कभी लड़ते झगड़ते नहीं देखा है। फिलहाल एबी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और सिर्फ आईपीएल जैसी लीग में खेलते दिखाई देते हैं। जिस दिन उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की उस दिन हर क्रिकेट प्रेमी को तगड़ा झटका लगा था क्योंकि फैंस इन्हें ICC वर्ल्ड कप 2019 में खेलते हुए देखना चाहते थे।

महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) :

MS Dhoni

अगर बात सबसे शांत खिलाड़ियों की हो रही हो तो धोनी का नाम भला कैसे छूट सकता है। धोनी का नाम कैप्टन कूल इसी वजह से पड़ा था क्योंकि वह बहुत ही शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं और हर परिस्थिति में टीम को संभालना उन्हें अच्छे से आता है। चेहरे से शांत लेकिन बल्ले से आग उगलने वाले महेंद्र सिंह धोनी के आज करोड़ों फैंस हैं जो उनकी सादगी को बहुत पसंद करते हैं।

कुमार संगकारा (श्रीलंका) :

Kumar Sangakkara Sri Lanka

पूर्व श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा अब क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं लेकिन उनको एक शान्तचित्त स्वभाव का खिलाड़ी माना जाता है जो सभी के साथ मिलजुल कर क्रिकेट खेला और कभी बहस नहीं की। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में जब धोनी ने आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर श्रीलंका का वर्ल्ड कप जीतने का सपना तोड़ा तो पीछे विकेटकीपिंग कर रहे संगकारा का चेहरा देखने लायक था।

Kumar Sangakkara
2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच

इतने नजदीक आकर वर्ल्ड कप हारने के बाद भी उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान थी जो इस महान खिलाड़ी के बारे में बहुत कुछ बयां कर रही थी।

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6 महीने बंद रहते हैं केदारनाथ मंदिर के कपाट, अद्भुत है यह धाम जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बातें

अगर चार धाम यात्रा की बात की जाती है तो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हिमालय पर्वत की गोद में बसे केदारनाथ (Kedarnath) का नाम सबसे पहले आता है। जो की भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहाँ हर साल भगवान शिव जी के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु आते है। मान्यता के अनुसार माना जाता है की शिव जी के दर्शन करने से मोक्ष प्राप्त होता है। आपको जीवन में कम से कम एक बार तो केदारनाथ जरूर जाना चाहिए। आइये हम आपको केदारनाथ से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताते है जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे।

भगवान शिव जी के भक्त केदारनाथ में विशेष रूप से भू-शिवलिंग की पूजा करते है। भू-शिवलिंग का मतलब होता है जो खुद धरती से प्रकट हुआ हो। माना जाता है की इस मंदिर का निर्माण महाभारत के समय में पांडवों द्वारा कराया गया था। इसी उपरांत शिव जी ने उन्हें बैल के रूप में अपने दर्शन दिए थे।

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Image by : Tushar Kansal

1. हिमालय पर्वत की गोद में बसे होने के कारण केदारनाथ (Kedarnath temple) के कपाट हर साल 6 महीने के लिए बंद कर दिए जाते है, क्योंकि पहाड़ों पर ठंडे मौसम में बर्फ गिरना शुरू हो जाती है और मौसम खराब रहता है।

2. केदारनाथ मंदिर की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की जब केदारनाथ के कपाट 6 महीने के लिए बंद किये जाते है तब केदारनाथ मंदिर के परिसर में एक दीपक जला दिया जाता है। आश्चर्यजनक बात यह है की जब 6 महीने के बाद केदारनाथ के कपाट खोले जाते है तो वह दीपक वैसा ही जलता हुआ दिखाई देता है।

यहां आने से होती है हर मुराद पूरी :

3. मान्यता के अनुसार केदारनाथ जाकर शिव जी के दर्शन करने से व्यक्ति को स्वर्ग प्राप्त होता है और दर्शन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। यहां आकर शिवलिंग की पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

4. बतां दें की केदारनाथ मंदिर महज एक जगह नहीं बल्कि पांच अलग-अलग मंदिरों का समूह है। इन सभी जगह भगवान शंकर के विभिन्न अंग गिरे थे। इसलिए इसे पंच केदारनाथ नाम से भी जाना जाता है। जो व्यक्ति केदारनाथ यात्रा करता है उनके पूर्वजों को भी मुक्ति मिल जाती है।

कण-कण में विराजमान हैं भगवान शिव :

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5. कहा जाता है की जो भी भक्त भोलेनाथ के दर्शन के लिए केदारनाथ जाते है अगर वे बद्रीनाथ नहीं जाते है तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जाती है और उन्हें अपनी तीर्थ यात्रा का पूरा फल नहीं मिलता है। बद्रीनाथ और केदारनाथ दोनों ही उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थल है।

6. केदारनाथ मंदिर में पुजारियों द्वारा शिव के पांच मुख वाली प्रतिमा की पूजा की जाती है। यह पूजा 7 बजे से शुरू होकर 8:30 तक चलती है।

7. प्राचीन मान्यता की अनुसार एक बार एक भक्त शिव जी के दर्शन करने के लिए बड़ी मुश्किल से केदारनाथ आया था लेकिन उस समय नियम के मुताबिक मंदिर के कपाट 6 महीने के लिए बंद किये जा रहे थे। मंदिर के पंडित ने उसे दोबारा आने को कहा, लेकिन भक्त दर्शन की जिद करने लगा और वहां से जाने से मना कर दिया और भूखा प्यासा वहीं बैठा रहा। इसी बीच भक्त को नींद आ गयी और मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए।

वह 6 महीने तक लगातार सोता रहा। कहा जाता है की जब वह भक्त सो रहा था. तब उसे एक वैरागी ने दर्शन दिए। जब वह सोकर उठा तो उसने देखा की मंदिर को खोला जा रहा है। मंदिर को खोलने वाले पंडित ने उस भक्त को देखते ही पहचान लिया और लोगो को बहुत आश्चर्य हुआ।

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चाणक्य नीति : ये 6 बातें छीन लेती हैं व्यक्ति का सुख-चैन, कहीं नहीं लगता मन

ये हैं सांसद बनने वाली देश की तीन सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस, पहली बार पहुंचेंगी संसद

पिछले कुछ सालों में टेलीविजन जगत की कई मशहूर हस्तियों ने राजनीति में कदम रखा है। देश की बड़ी बड़ी राजनीतिक पार्टियां भी यहीं चाहती हैं कि वे किसी ऐसे चेहरे को अपना उम्मीदवार बनाए जिसे लोग जानते हों। इस बार के लोकसभा चुनावों में भी यही देखने को मिला। वैसे तो फिल्मों और राजनीति का नाता बहुत पुराना है लेकिन वर्तमान समय में फिल्मी दुनिया से राजनीति में आने का चलन खूब बढ़ गया है। जहां पहले सिर्फ उम्रदराज फिल्मी हस्तियां राजनीति में कदम रखती थी, अब तो जवानी में ही पॉलिटिक्स ज्वाइन करने का सिलसिला शुरू हो गया है।

2019 के लोकसभा चुनावों में देशभर में कई बॉलीवुड व क्षेत्रीय अभिनेत्रियों ने पहली बार चुनाव लड़ा जिनमें से कुछ को हार का भी मुंह देखना पड़ा जबकि कुछ एक्ट्रेस ने पहली बारी में ही बाजी मार ली और अब आप उनको संसद में देख सकेंगे। आज हम आपको तीन ऐसी एक्ट्रेस के बारे में बता रहे हैं जो 23 मई को आये लोकसभा चुनाव परिणामों में विजयी रही। बता दें कि ये तीनों अभिनेत्रियाँ हिंदी फिल्मों के बजाय क्षेत्रीय फिल्मों में मशहूर हैं।

मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) :

Mimi Chakraborty

बंगाली फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल की जादवपुर सीट से जीत हासिल की है। वह ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई में चुनाव मैदान में उतरी थी। अपनी लोकप्रियता और जनता के प्यार की बदौलत मिमी चक्रवर्ती 17वीं लोकसभा की सदस्य बन गई। उनको 47.91 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कुल 688472 वोट मिले। बता दें कि इनका जन्म 11 फरवरी 1989 को बंगाल के जलपाईगुड़ी शहर में हुआ था और इन्होंने कोलकाता के आशुतोष कॉलेज से ग्रेजुएशन की है।


जब से वह सांसद बनी है सोशल मीडिया पर उनकी खूब चर्चा हो रही हैं। बता दें कि केवल फेसबुक पर उनके 46 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं इससे आप उनकी लोकप्रियता का अंदाजा लगा सकते हैं। लोग उनकी खूबसूरती की काफी तारीफ कर रहे हैं। मिमी फेमिना मिस इंडिया का भी हिस्सा रह चुकी हैं और इन्होंने टीवी और बंगाली सिनेमा में कई अहम रोल निभाए हैं। हाल ही में जब उन्होंने फेसबुक पर अपनी एक फोटो शेयर की तो वह वायरल हो गई और लोग उनके खड़े होने के ढंग का मजाक उड़ाने लगे। लोगों ने कमेंट करते हुए लिखा कि, ‘यह संसद हैं यह किसी फिल्म की शूटिंग नहीं चल रही’।

नुसरत जहां (Nusrat Jahan) :

Nusrat-Jahan

नुसरत जहां भी पश्चिम बंगाल से ही सांसद बनी है और इन्होंने भी तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। नुसरत जहां मॉडल और बंगाली भाषा की काफी लोकप्रिय अभिनेत्री हैं। 29 साल की नुसरत बेहद खूबसूरत हैं और चुनाव जीतकर वह चर्चा में आ गई है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की बशीरहाट से चुनाव लड़ा था जिसमें उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार शायंतन बसु को हराया।

Nusrat Jahan pic

1990 में जन्मी नुसरत बंगाली फिल्म इंडस्ट्री की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार हैं। वर्ष 2010 में ये ‘फेयर वन मिस कोलकाता’ ब्यूटी प्रतियोगिता भी जीत चुकी हैं। बता दें कि फेसबुक पर इनके 1 करोड़ से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

नवनीत रवि राणा (Navneet Kaur) :

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नवनीत रवि राणा उर्फ नवनीत कौर भी सबसे खूबसूरत सांसद मानी जा रही हैं। इन्होंने महाराष्ट्र की अमरावती सीट जीती हैं। बता दें कि नवनीत कौर इस लोकसभा इलेक्शन में जीतकर संसद में पहुंचने वाले चार निर्दलीय सांसदों में से एक हैं। हालांकि इनको कांग्रेस का समर्थन प्राप्त था। 33 वर्षीय नवनीत दक्षिण भारतीय फिल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री रह चुकी हैं। उन्होंने शिवसेना के पूर्व सांसद अब्सुल आनंदराव विठोबा को 36951 वोटो से हराया। नवनीत को कुल 5 लाख 10 हजार 947 वोट मिले। बता दें कि नवनीत के पति रवि राणा भी बडनेरा विधानसभा सीट से इंडिपेंडेंट विधायक हैं।

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चाणक्य नीति : ये 6 बातें छीन लेती हैं व्यक्ति का सुख-चैन, कहीं नहीं लगता मन

हर व्यक्ति अपने जीवन में खुश रहना चाहता है लेकिन सुख-दुख दोनों ही मनुष्य के जीवन का हिस्सा है। जब हम दुःखी होते हैं तो इसका कारण सोचने की बजाय दूसरों को दोष देने लगते हैं। जबकि आचार्य चाणक्य का कहना है कि कई बार व्यक्ति खुद ही अपने जीवन का सुख चैन नष्ट कर लेता है। तो कई बार उसके अपने परिवार वाले भी इसका कारण बनते हैं। आपको बता दें कि अगर आचार्य चाणक्य के महान विचारों को अपने जीवन में लागू किया जाए तो वाकई हमारा जीवन आसान और सफल हो सकता है।

जो व्यक्ति आचार्य चाणक्य द्वारा बताई हुई नीतियों को अपने जीवन में उतारकर इनका सही पालन करता है वह अपने जीवन में कभी असफल व निराश नहीं होता। चाणक्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से 6 ऐसे कारण बताये हैं जिनसे व्यक्ति के जीवन का सुख-चैन भंग हो जाता है और वह दुःखी रहने लगता हैं।

1. जब मनुष्य के मन में आने लगे ऐसे विचार :

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इस आपाधापी के युग में मनुष्य हर वक्त यहीं सोचता रहता है कि उसके पास हर वो कीमती चीज हो जो दूसरों के पास है, भले ही उसे उस चीज की जरूरत हो या न हो लेकिन फिर भी उसके मन में उस चीज को पाने की इच्छा रहती हैं। ऐसा व्यक्ति कभी खुश नहीं रह पाता जो अपनी चीजों से संतुष्ट होने की बजाय दूसरों की चीजों को पाने की लालसा रखता हैं।

2. ऐसे व्यक्ति के नीचे काम करना :

कई बार कुछ लोग ना चाहते हुए भी मजबूरी में ऐसे व्यक्ति के अधीन रहकर काम करते हैं जिसे वे जाति, धर्म, बुद्धि और ज्ञान की असमानता के आधार पर अपने से नीचा समझते हैं और सोचते हैं कि उनको उसके नीचे नहीं बल्कि ऊपर होना चाहिए। ऐसे व्यक्ति भी कभी खुश नहीं रह पाते। बेहतर यही है कि किसी के प्रति ऐसी भावना ना रखें और अपनी मेहनत के बलबूते पर ऊपर उठने की कोशिश करें।

3. स्वास्थ्य को नजरंदाज करने वाले लोग :

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खराब भोजन खाने से हमारे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता हैं जो व्यक्ति जानते हुए भी खराब खाने को नजरंदाज करके अपनी सेहत से खिलवाड़ करता है वह कभी सुखी नहीं रह सकता। क्योंकि लंबे समय तक खराब व हानिकारक भोजन करने से दिमाग में नकारात्मक विचार आने लगते हैं जो मनुष्य का सुख-चैन छीन लेते हैं।

4. हमेशा झगड़ने वाली औरत से शादी होने पर :

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अगर किसी व्यक्ति की शादी ऐसी महिला से हो जाती है जिसका गुस्सा नाक पर रहता है और हमेशा छोटी-छोटी बातों पर भी अपने पति से झगड़ती रहती हैं तो वह व्यक्ति कभी खुश नहीं रह पाता और उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता हैं। यहीं बात महिलाओं पर भी लागू होती है अगर पति गुस्सा करने वाला हो तो महिला अपने जीवन में कभी शांति से नहीं रह पाती।

5. जब पुत्र करने लगे मनमानी :

जब कोई पुत्र अपने पिता की बातों पर मानने की बजाय मनमानी करने लगे तो उस पिता से ज्यादा दुखी कोई नहीं होता। जब बेटा अपने पिता व परिवार की इज्जत की परवाह किए बगैर गलत रास्ते पर चलने लगता हैं तो माता-पिता की समाज में बदनामी होती हैं और उसके माता-पिता चैन से नहीं रह पाते।

6. पुत्री को विधवा अवस्था में देखना :

vidhwa widow women

हर पिता अपनी बेटी को जान से भी ज्यादा प्यार करता है। एक पिता के लिए वह क्षण सबसे कष्टकारी होता हैं जब उसकी बेटी विधवा हो जाती हैं। अपनी पुत्री को विधवा अवस्था में देखना पिता के लिए सबसे दुखदाई होता हैं और ऐसा पिता हमेशा बेटी को लेकर चिंतित रहता है।

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