क्रिकेट खेलने के लिए अच्छी फिटनेस का होना बहुत जरूरी है। खिलाड़ी अपनी फिटनेस को बरकरार रखने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। क्रिकेट बोर्ड भी खिलाड़ियों की फिटनेस को सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर फिटनेस टेस्ट कराती है। क्योंकि जो खिलाड़ी फिट नहीं होगा वह मैदान पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगा।
कुछ समय पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के फिटनेस को परखने के लिए इस साल से यो-यो टेस्ट के साथ दो किलोमीटर दौड़ने का फिटनेस टेस्ट का नया नियम बनाया था।
जो खिलाड़ी समय इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज में हिस्सा ले रहे हैं उनको इस टेस्ट से छूट दी गई थी, लेकिन अब बोर्ड ने पहली बार जूनियर-लेवल के खिलाड़ियों के लिए इंग्लैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर सीरीज से पहले 2 किलोमीटर का फिटनेस टेस्ट लेने का फैसला किया था।
इस टेस्ट में संजू सैमसन, राहुल तेवतिया, नितीश राणा, सिद्धार्थ कौल, जयदेव उनादकट व ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। परंतु इस टेस्ट में पहली बार में संजू सैमसन और इशान किशन समेत 6 भारतीय खिलाड़ी फेल रहे हैं।
जानिए क्या है नया फिटनेस टेस्ट?
दरअसल, पहले BCCI भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों का यो-यो फिटनेस टेस्ट कराती थी जिसको पास करना अनिवार्य होता था उसके बाद ही उस खिलाड़ी को टीम में जगह मिलती थी लेकिन अब यो-यो टेस्ट के साथ एक 2 किलोमीटर का नया टेस्ट भी खिलाड़ियों को पास करना होगा।
इस टेस्ट में 2 किलोमीटर की एक दौड़ होगी, जिसे बल्लेबाजों, स्पिनरों और विकेटकीपरों को 8 मिनट और 30 सेकेंड में पूरा करना होगा। जबकि तेज गेंदबाजों को यह दौड़ 8 मिनट और 15 सेकेंड में पूरी करनी होगी।
सूत्रों से पता चला है कि BCCI द्वारा लिए जा रहे इस नए टेस्ट की पहली कोशिश में संजू सैमसन, इशान किशन, नीतीश राणा, राहुल तेवतिया, सिद्धार्थ कौल और जयदेव उनादकट फेल रहे हैं। हालांकि इन सभी खिलाड़ियों को एक बार फिर से एक और मौका दिया जाएगा।
यदि कोई खिलाड़ी दूसरे प्रयास में भी यह टेस्ट पास करने में सफल नहीं होता है तो उसे टीम में शामिल नहीं किया जाएगा।