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बाबा रामदेव द्वारा बताए गए इन 5 नियमों को फॉलो करने से रहेंगे हमेशा फिट और सेहतमंद

बाबा रामदेव ( Baba Ramdev ) हमेशा आयुर्वेद अपनाने और नियमित योगा करने की सलाह देते हैं। 53 साल के हो चुके योग गुरु बाबा रामदेव आज भी बहुत एक्टिव और फुर्तीले हैं और इसका कारण है उनकी जीवनशैली। वह नियमित योग करते हैं और आयुर्वेदिक चीजों का सेवन करते हैं जिससे उनका शरीर काफी लचीला और मजबूत हैं। आजकल हर कोई स्वस्थ और सेहतमंद रहना चाहता है ऐसे में बाबा रामदेव ने 5 ऐसे नियम बताए हैं जिन्हें हर व्यक्ति को जरूर फॉलो करना चाहिए। आईए आपको बताते हैं बाबा रामदेव के वो पांच नियम क्या है..

पहला नियम :

Wake Up Early Morning 1

सबसे पहले तो आप सुबह जल्दी उठने की आदत डालें और सूर्योदय से पहले बिस्तर से उठ जाएं। उठने के बाद अपने दिन की शुरुआत एक गिलास से करें , आप चाहें तो दो गिलास पानी भी पी सकते है लेकिन पानी थोड़ा गर्म होना चाहिए। जो लोग कब्ज, जोड़ों में दर्द और मोटापे से परेशान हैं उन्हें सुबह गर्म पानी पीने से बहुत लाभ मिलेगा। हालांकि जिसको कोई रोग नहीं है वह भी अच्छी सेहत के लिए सुबह पानी जरुर पियें। पानी पीते समय कुछ छोटी-छोटी बातों का अवश्य ध्यान रखें। एक तो कभी भी खड़े होकर पानी न पीएं , हमेशा नीचे बैठकर ही पानी पीना चाहिए। इसके अलावा जल्दबाजी में पानी पीने से बचें। हमेशा घुट-घुट कर धीरे-धीरे पियें। सुबह फ्रेश होकर 20-25 मिनट योगा व प्रणायाम भी करें.

दूसरा नियम :

Patanjali-Aloe-Vera-Juice
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हमारे यहां बहुत से लोग सुबह चाय पीते हैं जो बहुत सी बीमारियों की जड़ है अगर आप भी ऐसा करते है तो आज ही चाय पीना छोड़ दें। चाय की बजाय आप सुबह आंवला-एलोवेरा का जूस पीना शुरू कीजिए , जो किसी भी ( Patanjali ) पतंजलि स्टोर पर आपको आसानी से मिल जाएगा। जब आप सुबह आंवला-एलोवेरा का जूस पीना शुरू करेंगे तो कुछ ही दिनों में आपको अपने शरीर में फर्क महसूस होने लगेगा। सुबह-सुबह तुलसी व नीम की पत्ती चबाना भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.

तीसरा नियम :

ब्रेकफास्ट करना कभी ना भूलें , हमेशा समय पर नास्ता करें क्योंकि अच्छा ब्रेकफास्ट हमें पुरे दिन एक्टिव रखता है। ब्रेकफास्ट में हमेशा अलग-अलग चीजों को शामिल करें जैसे कभी इडली-सांभर तो कभी अंकुरित अनाज खाएं। दही, छाछ, दूध या जूस भी ले सकते हैं। आप चाहें तो ओट्स को गर्म दूध और शक्कर के साथ खा सकते हैं। लेकिन नाश्ते में कभी भी रोटी या पराठे के साथ अचार न खाएं। हफ्ते में एक दिन उपवास भी रखें।

चौथा नियम :

Vanilla-Pear Breakfast Oatmeal
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खाने को हमेशा अच्छे से चबाकर खाएं , क्योंकि इस से खाना जल्दी पचता है और शरीर को पोषक तत्व भी ज्यादा मिलते हैं। खाना बनाने के अलग-अलग प्रकार के तेलों का प्रयोग का करें जैसे सोयाबीन, तिल व सरसों के तेल से सब्जी बनाएं , क्योंकि हर प्रकार के तेल में अलग-अलग पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक है। इसी तरह गेहूं की रोटी के साथ-साथ मक्का, बाजरा और ज्वार की रोटी भी खाएं.

पांचवा नियम :

दही वैसे तो स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है लेकिन डिनर में दही नहीं खानी चाहिए। रात का खाना हमेशा सोने से 3-4 घंटे पहले ही खा लें और खाना खाने के तुरंत बाद भुलकर भी पानी न पियें , भले ही आपको कितनी भी प्यास लगी हो। कम से कम एक घंटे बाद ही पानी पीएं।

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इन 5 सुपरहिट फिल्मों को ठुकरा कर बहुत पछताए होंगे अजय देवगन, जानिए वो फिल्में

बॉलीवुड के सिंघम यानी अजय देवगन एक मशहूर और कामयाब एक्टर हैं। इन्होंने हिंदी सिनेमा को बहुत सी हिट फिल्में दी हैं। बता दें कि अजय देवगन 50 साल के हो चुके हैं और उनके फैंस की संख्या करोड़ों में है। आज की युवा पीढ़ी उनकी फिल्मों को देखते-देखते बड़ी हुई हैं। अजय देवगन ने एक्सन फिल्मों से लेकर बहुत सी कॉमेडी फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा उन्होंने टैंगो चार्ली, दिलजले, और द लेजेंड ऑफ भगत सिंह जैसी अनेकों देशभक्ति फिल्मों में भी काम किया है जिनको देखकर लोगों के जहन में देशभक्ति का ज्वार फूट पड़ता हैं।

कहने का तात्पर्य यह है कि अजय देवगन एक ऐसे अभिनेता हैं जो हर प्रकार की फिल्मों में फिट बैठते हैं उनको फिल्म में किसी भी प्रकार का रोल मिल जाए वह अपने अभिनय से उसमें जान डाल देते हैं। अजय देवगन ने साल 1991 में फिल्म ‘फूल और कांटे’ से बॉलीवुड में कदम रखा था और अब तक बहुत सी फिल्मों में काम कर चुके हैं। आज भी दर्शक उनकी फिल्मों का बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन अपने फिल्मी करियर के दौरान अजय देवगन ने कुछ ऐसी फिल्मों को ठुकरा दिया जो बाद में सुपरहिट साबित हुई। इन फिल्मों को रिजेक्ट करके अजय देवगन बहुत पछताए होंगे, आईए जानते हैं वो फिल्में कौन सी है.

डर ( 1993 ) :

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साल 1993 में आई मशहूर फिल्म ‘डर’ आपने जरुर देखी होगी। इस फिल्म में सनी देओल, जूही चावला और शाहरुख खान लीड रोल में नजर आए थे। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी यह फिल्म सुपरहिट रही और इस फिल्म ने शाहरुख खान को बड़ा स्टार बना दिया था। लेकिन शायद आपको मालूम ना हो इस फिल्म के निर्माता शाहरुख खान की जगह अजय देवगन को लेना चाहते थे। अजय देवगन को इस रोल के लिए ऑफर किया गया था लेकिन उन्होंने इस फिल्म को करने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि उस वक्त वह किसी और फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.

बाजीराव मस्तानी ( 2015 ) :

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यह वह फिल्म है जिसने रणवीर सिंह को बॉलीवुड के टॉप अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल कर दिया था। इस फिल्म के चलते ही रणवीर और दीपिका पादुकोण की नजदीकियां बढ़ी थी। लेकिन इस फिल्म में बाजीराव का किरदार पहले रणवीर को नहीं बल्कि अजय देवगन को ऑफर हुआ था लेकिन अजय अपने बिजी शेड्यूल की वजह से यह फिल्म नहीं कर पाए। उन्हें यह फिल्म ना करने का गम जरुर होगा क्योंकि इस फिल्म ने दुनियाभर में 300 करोड़ से भी ज्यादा की कमाई की थी.

करण-अर्जुन ( 1995 ) :

Karan Arjun
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करीब 20 साल पहले रिलीज हुई फिल्म ‘करण-अर्जुन’ आज भी जब टीवी पर आती है तो देखने से मन नहीं भरता और जितनी बार भी देखो यह फिल्म नई लगती है। अगर आप टीवी ज्यादा देखते है तो मैं दावे से कह सकता हूं की आप यह फिल्म कई बार देख चुके होंगे। फिल्म में सलमान और शाहरुख की जोड़ी को लोगों ने खूब पसंद किया और फिल्म बहुत हिट हुई लेकिन बता दें की इस फिल्म में सलमान खान का रोल पहले अजय देवगन को ऑफर किया गया था लेकिन उन्होंने इसको करने से इंकार कर दिया था.

पद्मावत ( 2018 ) :

Padmaavat
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पिछले साल ही रिलीज होने वाली फिल्म पद्मावत काफी ज्यादा विवादों में रही और इस फिल्म की लेकर खूब बवाल मचा। फिल्म को कुछ राज्यों में बैन भी किया गया मगर बावजूद इसके फिल्म ने रिकॉर्ड तोड़ कमाई करते हुए बॉक्स ऑफिस पर 500 करोड़ से भी ज्यादा कमाएं , लेकिन अजय देवगन इस फिल्म की कमाई को देखकर जरुर पछताए होंगे क्योंकि इस फिल्म में खिलजी का रोल रणवीर से पहले अजय को करने के लिए कहा गया था लेकिन डेट नहीं होने के कारण वह यह फिल्म नहीं कर पाए थे.

कुछ कुछ होता है ( 1998 ) :

kuch kuch hota hai
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सबसे पॉपुलर हिंदी रोमांटिक फिल्मों में से एक ‘कुछ कुछ होता है’ भी अजय देवगन को ऑफर की गई थी लेकिन उन्होंने इस फिल्म में काम नहीं किया। साल 1998 में आई इस फिल्म में शाहरुख खान, काजोल, रानी मुखर्जी और सलमान खान जैसे कई बड़े सितारों ने काम किया था। इस फिल्म के गाने आज भी बहुत पसंद किए जाते है। वैसे बता दे की इस फिल्म के रिलीज होने के 4 महीनों बाद ही अजय देवगन और काजोल ने शादी कर ली थी।

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इस एक गलती की वजह से टूटा था जॉन अब्राहम और बिपाशा बसु का रिश्ता, कभी होने वाली थी शादी

एक दौर था जब बॉलीवुड में जॉन अब्राहम और बिपाशा बसु की जोड़ी की बहुत चर्चा होती थी। दोनों एक-दूसरे को बहुत पसंद करते थे और सभी को यही लगता था कि जॉन और बिपाशा शादी करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और 9 साल तक चले इनके अफेयर के बाद अचानक रिश्ता टूट गया और दोनों अलग हो गए। इनके यूं अचानक अलग होने से फैंस को भी झटका लगा। लेकिन आखिर इसकी क्या वजह थी कि दोनों के रिश्तों में इस कदर खटास आ गई कि जो कभी एक-दूजे पर जान छिड़कते थे वे आज बात भी नहीं करते ? आज भी यह सवाल बहुत से लोगों के लिए अनसुलझा सा है.

कैसे हुई थी जॉन और बिपाशा के रिश्ते की शुरुआत :

John Abraham Bipasha breakup

इससे पहले कि हम आपको ये बताये कि दोनों का ब्रेकअप क्यों हुआ ? पहले आप यह जान लिजिए कि जॉन अब्राहम और बिपाशा बसु के रिश्ते की शुरुआत कैसे हुई थी। दरअसल, साल 2003 में आई फिल्म ‘जिस्म’ में जॉन और बिपाशा ने साथ में काम किया था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगी और दोनों एक दूसरे के प्रति आ‍कर्षित हुए। यहीं से उनके रिश्ते की शुरुआत हुई थी। वैसे बता दें कि इससे पहले बिपाशा बसु ‘राज’ फिल्म के एक्टर डिनो मोरिया के साथ डेट कर रही थी बाद में जब जॉन अब्राहम से दोस्ती हुई तो उन्होंने डिनो मोरिया से दूरी बना ली.

उस वक्त जॉन और बिपाशा ने काफी फिल्मों में साथ काम किया और उनकी कई फिल्में हिट हुई। धीरे-धीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा और बॉलीवुड के गलियारों में इनके अफेयर की खूब चर्चा होने लगी। दोनों ने एक-दूजे को 9 साल तक डेट किया और बिपाशा बसु जॉन के साथ लिव इन रिलेशनशिप में भी रहीं। ये सब चलते-चलते साल 2014 आ चुका था और वह साल का पहला ही दिन था जब जॉन ने एक गलती करदी और नतिजन दोनों का रिश्ता टूट गया.

क्या थी जॉन अब्राहम की वो एक गलती :

John Abraham Bipasha Basu
जॉन अब्राहम अपनी पत्नी के साथ

दरअसल, जॉन बिपाशा से चोरी-छिपे प्रिया रुंचाल को पसंद करने लगे थे जो कि आज जॉन अब्राहम की पत्नी हैं। इन दोनों की मुलाकात एक कॉमन दोस्त के रूप में जिम में हुई थी जहां पर जॉन और बिपाशा वर्कआउट करने जाते थे। यह बात तो आप जानते ही हैं कि जॉन और बिपाशा अपनी फिटनेस का कितना ख्याल रखते हैं। उस वक्त जॉन ने बिपाशा को यह पता नहीं चलने दिया कि वह प्रिया रुंचाल को चाहते हैं.

लेकिन 2014 में न्यू ईयर के मौके पर जॉन ने अपने फैंस को विश करने के लिए एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने अपने और प्रिया के रिश्ते के बारे में पूरी दुनिया को बता दिया, जॉन ने ट्वीट में लिखा कि- ‘इस साल आप सबकी लाइफ में प्यार और बहुत सारी खुशियां आएं.. लव जॉन और प्रिया अब्राहम’। इस ट्वीट से बिपाशा को जॉन के रिश्ते की सारी सच्चाई पता चल गई और वह काफी गुस्सा हो गई। बिपाशा को बहुत बुरा लगा जिसके चलते उन्होंने जॉन से ब्रेकअप कर लिया।

आज भी नहीं करते एक दूसरे से बात :

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एक इंटरव्यू में बिपाशा ने बताया था कि उन्हें जब जॉन के रिलेशन के बारे में पता चला तो बड़ा झटका लगा और इस पर यकीन नहीं हुआ। इस सदमे की वजह से बिपाशा ने लोगों से मिलना-जुलना तक छोड दिया था। बता दें कि ब्रेकअप के इतने सालों के बाद भी जॉन और बिपाशा एक दूसरे से बात नहीं करते हैं। जॉन के बाद बिपाशा भी साल 2016 में करण ग्रोवर के साथ शादी के बंधन में बंध गई। वैसे करण ग्रोवर की बिपाशा से यह तीसरी शादी है इससे पहले उनकी दो शादियां और हुई थी.

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IPL में कितना पैसा कमाती हैं चीयरलीडर्स ? कैसी करती है कमाई, जानिए इनकी भीतरी दुनिया

आईपीएल का खुमार क्रिकेट फैंस के सिर चढ़कर बोलता है। हर साल होने वाले आईपीएल का क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार करते हैं। हमारे देश में आईपीएल की दीवानगी का आलम यह है कि जो महिलाएं और बच्चे आम दिनों में अपना फेवरेट सीरियल देखने के लिए किसी को टीवी का रिमोट नहीं देते हैं, वे भी शाम को मैच शुरू होते ही चैनल बदलकर पूरे परिवार के साथ मैच का आनंद लेने बैठ जाते हैं। सब अपनी अपनी पसंदीदा टीम को सपोर्ट करते नजर आते हैं.

जब आईपीएल की बात हो तो चीयरलीडर्स का ख्याल जरूर दिमाग में आता है और आए भी क्यों ना, चीयरलीडर्स ही तो है जो अपने बेहतरीन डांस से आईपीएल में चार चांद लगा देती हैं। जब भी कोई चौका या छक्का लगता हैं तो ये चीयरलीडर्स मैदान में मौजूद दर्शकों का खूब मनोरंजन करती हैं। लेकिन आखिर ये चीयरलीडर्स कौन होती हैं ? ये कौन से देश से आती हैं ? और इन्हें इस काम के लिए कितने पैसे मिलते हैं ? ऐसे तमाम सवाल है जो कभी ना कभी आपके दिमाग में भी आए होंगे। तो आइए इन सवालों के जवाब भी जान लेते हैं.

आईपीएल में कितना पैसा कमाती हैं चीयरलीडर्स :

ipl cheerleader salary

आपने देखा होगा कि आईपीएल की हर टीम के पास अलग-अलग चीयरलीडर्स होती हैं जो अपनी टीम को चीयर करतीं हैं। अगर इनकी कमाई की बात करें तो यह कोई फिक्स नहीं है। प्रत्येक टीम की चीयरलीडर्स को प्रति मैच के हिसाब से अलग अलग पैसे मिलते हैं, किसी को ज्यादा तो किसी को थोड़े बहुत कम। हम एक अनुमान के तहत बता रहे हैं कि कौन सी टीम अपनी चीयरलीडर्स को कितने पैसे देती हैं.

कोलकाता नाइट राइडर्स : आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की चीयरलीडर्स सबसे ज्यादा कमाई करती हैं क्योंकि बाकी सभी टीमों के मुकाबले KKR की चीयरलीडर्स को ज्यादा पैसे मिलते हैं। दरअसल, ये चीयरलीडर्स एक मैच में परफोर्मेंस के 12000 से लेकर 20000 रुपए कमा लेती हैं। इसके अलावा मैच जीतने पर बोनस अलग से दिया है।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु : RCB की चीयरलीडर्स को हर मैच के लगभग 10 हजार रुपए मिलते हैं। कमाई के मामले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की चीयरलीडर्स KKR के बाद दूसरे नंबर पर हैं। इनको भी मैच जीतने पर बोनस के तौर पर 3 हजार रुपए मिलते हैं।

मुंबई इंडियंस : नीता अंबानी की टीम को चीयर करने वाली चीयरलीडर्स भी अच्छा खासा कमाती हैं। पिछले सीजन में इनको एक मैच के 10-12 हजार रुपए मिलते थे।

जबकि बात करें बाकी बची आईपीएल टीमों जैसे राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल, सनराइजर्स हैदराबाद तथा किंग्स इलेवन पंजाब की तो इनको भी लगभग इतने ही पैसे मिलते हैं और बॉनस तो सभी टीमों की चीयरलीडर्स को मिलता ही है।

चीयरलीडर्स का काम इतना भी आसान नहीं :

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आपको आईपीएल में इन चीयरलीडर्स को थिरकते हुए देखकर अच्छा तो बहुत लगता होगा और आप सोचते होंगे कि इन्हें सिर्फ डांस ही करना होता है इसमें कौनसी बड़ी बात है। लेकिन आपको बता दें कि यह जॉब इतनी भी आसान नहीं है। मैच के दौरान चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखने वाली ये चीयरलीडर्स बहुत मेहनत करती हैं इनको हर रोज ट्रेनिंग करके अपने शरीर को लचीला बनाना पड़ता हैं और जितनी मेहनत मैदान पर एक क्रिकेट खिलाड़ी करता है उसनी ही मेहनत ये चीयरलीडर्स भी करती हैं।

चीयरलीडिंग करते समय कैसा महसूस करती हैं :

सिर्फ आईपीएल ही नहीं ये चीयरलीडर्स दूसरे देशों के बाकी खेलों में भी चीयर करती हैं। एक चीयरलीडर्स ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि उनको भारत में आईपीएल मैचों में चीयर करना बहुत अच्छा लगता हैं। यहां पर दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियमों में उन्हें बिल्कुल सेलिब्रिटी जैसी फील आती है, कई लोग तो ऑटोग्राफ मांगने भी आते हैं और साथ में सेल्फी लेने की भी डिमांड करते हैं। उन्होंने आगे कहा हम भी इंसान हैं और यह हमारा पेशा है अगर कोई हमारे शरीर पर टिप्पणी करे तो ये गलत बात है। इसलिए दर्शकों को समझना चाहिए कि इनको भी बाकी लड़कियों की तरह उतना ही सम्मान देना जरूरी है।

कौन से देश से आती है ये चीयरलीडर्स :

ipl cheerleaders

आईपीएल में अब तो भारत की चीयरलीडर्स भी आ गई है और यह चलन तेजी से फैल रहा है लेकिन इनमें से ज्यादातर चीयरलीडर्स यूरोपीय देशों से आती हैं। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, मैक्सिको, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका व फ्रांस जैसे देशों की चीयरलीडर्स भी शामिल हैं। आईपीएल खत्म होते ही ये किसी दूसरी जगह चीयर करने के लिए लौट जाती हैं।

मैच के अलावा भी करती हैं उपरी कमाई :

वैसे बता दें कि ये चीयरलीडर्स काफी प्रोफेशनल होती हैं और इनके पास अच्छी एजुकेशन डिग्रियां भी होती हैं। एक खास बात और ये चीयरलीडर्स सिर्फ मैच में ही नहीं बल्कि कुछ उपरी कमाई भी करती हैं। अब आप उपरी कमाई का नाम सुनकर ज्यादा दिमाग मत चलाइए हम आपको साफ-साफ बता दें कि इनको मैच के अलावा बाकी जगहों पर टीम का उत्साह बढ़ाने के 12 हजार रुपए तक मिलते हैं इसके अलावा अखबारों और पत्रिकाओं के लिए फोटोशूट करवाने के भी अलग से पैसे मिलते हैं।

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मोटी होने के कारण छोड़ गया था पति, 6 महीनों में ही बना ली स्टील जैसी बॉडी, आज है फिटनेस चैंपियन

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‘म्हारी छोरियां छोरो से कम है के’ दंगल फिल्म का यह डायलॉग आपने जरूर सुना होगा। आज हम जिस महिला की कहानी बताने जा रहे हैं उसको पढ़कर आपको इस बात पर और ज्यादा यकीन हो जाएगा। आजकल हर फिल्ड में लड़कियां लड़कों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। इसलिए किसी भी महिला को कमजोर नहीं समझना चाहिए लेकिन एक पति ऐसा भी हैं जिसने अपनी पत्नी से मोटी होने के कारण रिश्ता तोड़ लिया और बाद में उसको अपने इस फैसले पर पछताना पड़ा।

मोटी होने की वजह से छोड़ गया था पति :

रूबी नाम की यह महिला एक 6 साल के बच्चे की मां हैं। शादी के कुछ समय बाद रूबी का वजन बहुत बढ़ने लगा था जिससे उसका पति काफी नाराज था। इनकी शादी को अभी कम ही समय हुआ था और दोनों में वजन को लेकर तकरार होने लगा। रूबी के पति ने नाराजगी के चलते अलग होने का फैसला ले लिया और उसे यह कहकर छोड़ कर चला गया कि ‘ तुम बहुत मोटी हो, वजन ज्यादा है। तुम्हारे में मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं है। ‘ जिसके बाद रूबी को बहुत बुरा लगा।

fitness champion ruby

तब से रूबी ने यह ठान लिया कि उसे वजन कम करके अपने शरीर को फिट बनाना है और वह रोज मेहनत करने लगी। उसने दौड़ने से शुरुआत की और धीरे धीरे उसे आदत होती चली गई। उस वक्त रूबी को खुद यह नहीं पता था कि उसकी यह आदत आगे चलकर उसका जुनून बन जाएगी। रूबी ने अपनी जीतोड़ मेहनत से अपना वजन घटाकर शरीर को मजबूत बना लिया और आज वह बॉडी बिल्डिंग में राष्ट्रीय स्तर की पदक विजेता है। वह बॉडी बिल्डिंग में कई पदक जीत चुकी है.

साबित कर दिया कि महिला कुछ भी कर सकती हैं :

रूबी ने असम में आयोजित नेशनल लेवल की बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप जीती हैं। इसके अलावा उन्हें चेन्नई में ‘मिस फिटनेस’ का ताज भी मिल चुका है। उन्होंने बॉडी बिल्डिंग और फिटनेस में आईएफए क्लासिक नेशनल प्रो-एएम चैंपियनशिप जीतकर देश में मिसाल कायम की है और यह साबित कर दिया कि अगर महिला ठान ले तो वह कुछ भी कर सकती है। अब तो रूबी के लिए फिटनेस ट्रेंनिंग एडिक्शन बन चुका है।

जो लोग उड़ाते थे मजाक आज करते हैं तारिफ :

female bodybuilder ruby

रूबी बताती है कि, यह सब इतना आसान नहीं था उसको शुरुआत में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिस वक्त रूबी को उसके पति ने छोड़ा था तब वह मां बनने वाली थी। ऐसी स्थिति में भी उन्होंने जिम जॉइन की और कभी अपने हौसले को टूटने नहीं दिया। रूबी का कहना है कि जो लोग पहले मुझे ताना मारते थे और मुझ पर हंसते थे आज वही लोग मेरी तारीफ करते हैं.

6 महीनों में ही बना ली स्टील जैसी बॉडी :

रूबी एक टीचर थी जो स्कूल में बच्चों को पढ़ाती थी लेकिन अपने जुनून के लिए उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी और अपना ज्यादातर समय जिम में ही बिताने लगी। जिम में उसकी मुलाकात फिटनेस ट्रेनर कार्तिक से हुई। कार्तिक ने बताया कि, अभी तक मैंने बहुत सी महिलाओं को ट्रेनिंग दी है लेकिन रूबी जैसा आत्मविश्वास किसी और में नहीं देखा। मैंने रूबी के लिए 1 साल का शेड्यूल बनाया था लेकिन उसने छह महीनों में ही स्टील जैसी बॉडी बना ली.

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चीन में बना सामान भारतीय सामान की तुलना में आखिर इतना सस्ता क्यों होता हैं ? जानिए वजह

हमारे देश में चीन से इतनी ज्यादा मात्रा में सामान आयात होता हैं की भारत के बाजारों में चाइनीज प्रोडक्ट्स की कोई कमी नहीं है। छोटे से गांव की दुकान से लेकर बड़े शहरों को दुकानों तक हर किसी में आपको कोई ना कोई चाइनीज सामान देखने को मिल ही जाएगा। बच्चों के खिलौने तथा इलेक्ट्रॉनिक्स का ज्यादातर सामान चीन से ही भारत में आयात किया जाता है। मुमकिन है कि अभी आप जिस मोबाइल से यह पोस्ट पढ़ रहे हैं वह मोबाइल भी किसी चाइनीज कंपनी का हो।

एक तरह से कहा जाए तो चाइनीज कंपनियों ने भारतीय बाजार पर पूरी तरह से कब्जा कर रखा है। चीन की अर्थव्यवस्था में भारतीय बाजार का बहुत अहम रोल है। समय-समय पर चाइनीज प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने की मांगे भी उठती रहती हैं लेकिन चीनी सामान का पूरी तरह से बहिष्कार करना इतना भी आसान नहीं है और इसका कारण है सामान का सस्ता होना। लेकिन चाइनीज सामान भारतीय सामान की तुलना में आखिर इतना सस्ता क्यों होता है ? यह सवाल आपके दिमाग में भी कभी ना कभी जरूर आया होगा। तो इस पोस्ट में हम आपको यही बताने वाले हैं कि आखिर चीन में बनने वाले सामान की कीमत इतनी कम क्यों होती है।

चीन का सामान सस्ता होने के कुछ मुख्य कारण :

why chinese goods cheaper

श्रम की उपलब्धता :

चीन की जनसंख्या भारत से भी ज्यादा है और वहां पर श्रम की कोई कमी नहीं है। किसी भी सामान की कीमत उस पर लगने वाले लेबर कॉस्ट पर बहुत हद तक निर्भर करती हैं। चीन में श्रम सस्ता होने के कारण सामान पर श्रमिक लागत भी बहुत कम लगती हैं। यही कारण है कि चाइनीज सामान सस्ता होता हैं।

चीन में कंपनियों को दी जाती हैं सुविधाएं :

बता दें की चीन की सरकार अपने देश की कंपनियों को कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं जिससे वे और बेहतर ढंग से काम कर सकें। चीनी कंपनियों को सरकार द्वारा बिजली, पानी तथा सड़क आदि की सुविधाएं काफी कम कीमत में मुहैया कराई जाती हैं। इसके अलावा कंपनियों को सामान निर्यात करने के लिए भी बहुत छुट दी जाती हैं। वहां की कंपनियों को सरकार की तरफ से सब्सिडी भी दी जाती हैं।

दूसरे देशों को ध्यान में रखकर बनाया जाता हैं सामान :

चीन में जितनी भी छोटी बड़ी कंपनिया हैं लगभग उन सभी का यही लक्ष्य होता है कि उनके द्वारा बनाए गए सामान को विदेशों में ज्यादा से ज्यादा बेचकर खूब लाभ कमाना। इसलिए ये कंपनियां अपने देश की बजाय विदेशी बाजार को ध्यान में रखकर प्रोडक्ट्स बनाती हैं। इन्हें विदेशों से अपने आप ऑर्डर मिल जाता हैं और फिर ये उसी ऑर्डर के हिसाब से सामान तैयार करती हैं।

ये कंपनियां बहुत तेज होती हैं और विदेशी बाजारों पर पैनी नजर रखती हैं। ये सामान बनाने से पहले ही पता लगा लेती है कि भारत में कौन से त्योहारों पर लोग कौन सी चीजें ज्यादा खरीदेंगे तथा बच्चे कैसे खिलोने पसंद करते हैं। इनको यह सब पता होता हैं। सबसे खास बात तो यह है कि अगर कोई चाइनीज कंपनी दूसरी कंपनी के प्रोडक्ट की नकल करती हैं तो सरकार कुछ एक्शन नहीं लेती। यही कारण है कि आजकल आपको हर ब्रांडेड वस्तु की चाइनीज कॉपी सस्ती कीमत पर मिल जाती हैं।

भारत में सामान महंगा होने के कारण :

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Courtesy : Shop Khoj

बिजली की समस्या :

हमारे देश में बिजली की कितनी किल्लत रहती हैं इस बात से आप भली-भांति परिचित हैं। हमारे यहां ऐसी बहुत कम जगह हैं जहां 24 घंटे बिजली रहती हैं। ऐसी स्थिति में कंपनियों को खुद का जनरेटर लगाकर काम चलाना पड़ता हैं जिसमें तेल का बहुत खर्चा आता है। इसी वजह से सामान की लागत बढ़ जाती हैं और फिर वह सामान अपने आप महंगा हो जाता हैं।

भारत में ट्रांसपोर्ट भी है महंगा :

सामान को तैयार करके उसे बाजार में उतारने के लिए एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता हैं जिसमें बहुत खर्चा आता हैं। चीन की तुलना में भारत में ट्रांसपोर्ट काफी महंगा है।

हमारे देश का भ्रष्टाचार :

कोई चाहे कितनी भी कोशिश कर लें लेकिन भारत से भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करना नामुमकिन सा लगता हैं। जब हमारे देश में कोई व्यक्ति नई फैक्ट्री लगाने की सोचता है तो उसे पहले कई प्रकार की कागजी कार्यवाही से गुजरना पड़ता है और इसके लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं और तब भी काम नहीं बनता तो वह रिश्वत का सहारा लेता है क्योंकि बिना पैसे अधिकारी काम नहीं करता। फिर बाद में उसको अपनी लागत पूरी करने के लिए सामान की कीमत बढ़ानी पड़ती हैं।

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