आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों पांच रन से हार गई और टूर्नामेंट से बाहर हो गई। मैच हारने के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर काफी भावुक हो गईं और भारत की पूर्व क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा के गले लगकर फूट-फूटकर रोईं। अंजुम चोपड़ा ने कौर को सहानुभूति दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर आईसीसी ने भी शेयर किया है।
बता दें कि भारतीय महिला टीम की नॉकआउट मैचों में हमेशा किस्मत खराब रही है। इससे पहले भी वनडे विश्व कप 2017 में भारतीय टीम फाइनल में इंग्लैंड से हार गई थी। इसके बाद 2018 में टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में फिर से इंग्लैंड से पराजित होना पड़ा था। भारतीय टीम पिछले टी-20 विश्व कप के मेलबर्न में खेले गए फाइनल और पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक मैच में भी हार गई थी। इन दोनों मौकों पर उसे ऑस्ट्रेलिया ने पराजित किया।
केपटाउन के खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को जीत के लिए इंग्लैंड से 173 रनों का टारगेट मिला था, लेकिन वह आठ विकेट खोकर ही 167 रन ही बना पाई। इस हार के चलते भारतीय टीम का एक बार फिर से वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया था। हार के बाद भारतीय फैन्स और टीम के खिलाड़ियों के चेहरे पर निराशा के भाव साफ देखे गए थे।
अब हरमनप्रीत कौर ने उस दिल तोड़ने वाली हार के बाद फैन्स के नाम संदेश लिखा है। हरमनप्रीत कौर ने ट्विटर पर लिखा, ‘यह दुनिया भर में हमारे सभी प्रशंसकों के लिए है जिन्होंने इस विश्व कप के दौरान हमारा सपोर्ट किया है. हमारी जर्नी में विश्वास करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देती हूं. मैं एक क्रिकेट प्रशंसक के रूप में जानती हूं कि अपनी टीम को हारते देखना दुखद है. मैं बस इतना कह सकती हूं कि हम मजबूती से वापसी करेंगे और शानदार प्रदर्शन करेंगे.’
Reposted from @ICC “It was an emotional moment for both of us.”
Former India skipper Anjum Chopra on consoling Harmanpreet Kaur after a heartbreaking loss in the #T20WorldCup semi-final. #AUSvIND
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— Anjum Chopra (@chopraanjum) February 24, 2023
अंजुम चोपड़ा ने बताया क्या कमी रही
वहीं अंजुम चोपड़ा ने कहा, ”हम हर विभाग में पीछे रह गए। मुझे लगता है कि ये अच्छा था कि ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी किया। इसने भारत को लक्ष्य का पीछा करने का मौका दिया। लेकिन मुझे उनकी गेंदबाजी स्ट्रेटजी समझ नहीं आई। क्योंकि धीमा विकेट था जिसके लिए उन्होंने स्कावायर लेग पर फील्डर भी लगाया था। उन्होंने अपने स्पिनर्स से शार्ट और बाहर गेंदबाजी करने के लिए कहा। लेकिन वो विकेट कैसे लेंगे, अगर सभी उसी तरह की गेंदबाजी करेंगे? फील्डिंग की ओर से कोई सपोर्ट नहीं था। इसको एकदम बढ़िया होना था।”
उन्होंने आगे कहा, ”उन्होंने सीधे कैच मिस किए और अगर आप शेफाली वर्मा की बात करें, उसे सुधार करने की जरूरत है। क्योंकि युवा खिलाड़ियों से उम्मीद की जाती है कि वे इन मुश्किल समय में अच्छी तरह से क्षेत्ररक्षण करें और इसे उत्साह के साथ करें। हमारी गेंदबाजी ने पहले ज्यादा रन नहीं दिए। हालांकि ये तो पता ही है कि आखिरी ओवरों में रन बनेंगे। वजहों को अलग रखे तो आखिर में आपको गेम जीतने के लिए रनों का पीछा करना होगा।”