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BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने धोनी के भविष्य को लेकर दिया यह बयान, बताया धोनी खेलेंगे या नहीं

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भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बन गए हैं। वे 23 अक्टूबर को अधिकारिक तौर पर BCCI के अध्यक्ष पद का जिम्मा संभाल लेंगे। बतां दें कि उनको दस महीने के लिए बीसीसीआइ का अध्यक्ष बनाया गया है। BCCI दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और अगले 10 महीने तक भारतीय क्रिकेट बोर्ड की पूरी जिम्मेदारी गांगुली के कंधो पर होगी। सौरव गांगुली ने कहा है, कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। उम्मीद है कि मैं अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा पाऊंगा।

धोनी को लेकर चयनकर्ताओं के साथ बात करेंगे गांगुली :

Sourav Ganguly with MS Dhoni

गौरतलब है, कि वर्ल्ड कप के बाद से धोनी के संन्यास और उनके टीम से बाहर चलने की काफी चर्चा हो रही है। क्रिकेट फैंस के दिमाग में यही सवाल घूम रहा है कि आखिर धोनी की टीम में वापसी होगी या नहीं। अध्यक्ष के के बाद गांगुली ने भी धोनी के विषय में बयान दिया है। धोनी को लेकर गांगुली ने कहा है कि 24 अक्टूबर को उनकी चयनकर्ताओं के साथ मीटिंग होने जा रही है। इस मीटिंग में वे धोनी के भविष्य के बारे में भी बात करेंगे।

गांगुली ने कहा, कि मैं यह जानना चाहता हूं कि धोनी को लेकर चयनकर्ताओं की क्या राय है? क्या वे उनको टीम में शामिल करना चाहते है या नहीं। उनकी राय जानने के बाद मैं भी अपनी राय उनके सामने रखूंगा। उसके बाद ही फैसला होगा की धोनी को मौका मिलेगा या नहीं। जानकारी के लिए बतां दें कि महेंद्र सिंह धोनी अब सिर्फ वनडे और टी-20 क्रिकेट फॉर्मेट में ही खेलते हैं। वे टेस्ट क्रिकेट को पहले ही अलविदा कह चुके हैं। साल 2014 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।

धोनी से पूछना होगा कि वे खेलना चाहते हैं या नहीं :

Ganguly-Dhoni-IPL

गांगुली ने कहा कि वह धोनी से भी उनके बारे में बात करना चाहेंगे। आखिर धोनी आगे खेलने के इच्छुक है भी या नहीं? उनसे ये बात पूछनी पड़ेगी, आगे बात करते हुए गांगुली ने बताया। बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले टी-20 सीरीज के लिए 24 अक्टूबर को टीम का चयन होना है। बांग्‍लादेश की टीम नवंबर के पहले सप्‍ताह में भारत का दौरा करेगी, जहां वो तीन टी-20 व दो टेस्‍ट मैचों की सीरीज खेलेगी।

24 अक्तूबर को होने वाली मीटिंग में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या धोनी को टी-20 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया जाएगा या नहीं। वैसे कयास तो यही लगाए जा रहे हैं की धोनी टीम का हिस्सा जरूर होंगे। ऐसे में धोनी फैंस का उनको दोबारा मैदान पर देखने का इंतजार खत्म हो सकता है। लेकिन यह 24 अक्टूबर के बाद ही साफ हो पाएगा की धोनी को जगह मिलती है या नहीं। बीसीसीआई अध्‍यक्ष सौरव गांगुली 24 अक्‍टूबर को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान विराट कोहली से भी मिलेंगे।

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BCCI का अध्यक्ष बनते ही सौरव गांगुली ने दिया ये बयान, कहा अब सबसे पहले करूंगा यह काम

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भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना गया है। बीसीसीआई के अध्यक्ष पद के लिए काफी लंबे अंतराल के बाद चुनाव हुआ। जिसमें सौरव गांगुली ने बाजी मार ली। बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए BCCI के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और एन श्रीनिवास के गुट आमने-सामने थे। एन श्रीनिवासन पूर्व क्रिकेटर बृजेश पटेल का समर्थन कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ अनुराग ठाकुर, गांगुली को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में थे। अंत में यह फैसला लिया गया कि सौरव गांगुली ही बीसीसीआई के नए अध्यक्ष होंगे।

सौरव गांगुली के अध्यक्ष बनने पर क्रिकेट फैंस में काफी उत्साह है। क्रिकेट प्रेमियों को विश्वास है कि सौरव गांगुली इस पद पर रहते हुए भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। गांगुली भी बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने पर काफी खुश हैं और उन्होंने कुछ बयान दिए हैं।

घरेलू क्रिकेट में सुधार करने की कही बात :

Sourav-Ganguly

अध्यक्ष बनते ही सौरव गांगुली ने घरेलू क्रिकेट में सुधार करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वे घरेलू क्रिकेटरों की सही ट्रेनिंग पर जोर देंगे। गांगुली बहुत दिनों से बीसीसीआई प्रमुख बनने की दौड़ में सबसे आगे थे। गौरतलब है कि गांगुली पिछले 5 साल से बंगाल क्रिकेट एसोसिएसन के भी अध्यक्ष हैं। नए नियमों के अनुसार गांगुली सिर्फ 10 महीने ही बीसीसीआई के अध्यक्ष रह पाएंगे।

गांगुली ने एक न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए कहा, कि “मैं सबसे पहले घरेलू क्रिकेटरों के लिए कुछ अच्छा करूंगा। मैंने सीओए से इस बारें में कहा था लेकिन उन्होंने मेरी बात पर गौर नहीं की। रणजी क्रिकेट पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। रणजी में खेलने वाले खिलाड़ियों की आर्थिक समस्याओं को दूर करना होगा” गांगुली का मानना है कि कई खिलाड़ी टैलेंटेड होने के बावजूद भी आर्थिक समस्याओं के चलते आगे नहीं आ पाते। उनको बेहतर सुविधा देकर आगे लाया जा सकता है।

बीसीसीआई की छवि सुधारेंगे सौरव गांगुली :

Dinesh Karthik and Sourav Ganguly

सौरव गांगुली ने बताया कि जब वे भारतीय टीम के कप्तान बने थे उस समय टीम की छवि बहुत खराब थी क्योंकि हमारी टीम के कुछ खिलाड़ियों पर फिक्सिंग के आरोप लगे थे। इस समय भी मुझे बीसीसीआई की इमेज सुधारने के लिए काम करना पड़ेगा। क्योंकि जब आपको किसी पद के लिए चुना जाता है तो आपकी जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं। गांगुली का कहना है, कि मैंने कभी इस चीज की कल्पना नहीं की थी कि मैं बीसीसीआई का अध्यक्ष बनूंगा। लेकिन मुझे इसके लिए चुना गया है और मैं बहुत खुश हूं।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 18000 से अधिक रन बना चुके पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने पूर्व बीसीसीआई अध्यक्षों की भी तारीफ की। उन्होंने डालमिया को भावुक होकर याद किया। BCCI दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट चलाने वाली संस्थाओं में से एक है। गांगुली ने कहा भारत क्रिकेट की महाशक्ति है तो यह चुनौती भी बड़ी होगी।

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ब्रह्मचारी कैसे बने ? जानिए ब्रह्मचर्य के फायदे और इसके नियम

हिंदू धर्म में ब्रह्मचर्य का बहुत महत्व बताया गया है। प्राचीन काल में बहुत से ऐसे विद्वान हुए जिन्होंने ब्रह्मचर्य का पालन कर अमरत्व को प्राप्त कर लिया। जैसे भीष्म पितामह, स्वामी विवेकानन्द, हनुमान जी, परशुराम व नारद मुनि आदि। ब्रह्मचर्य का पालन करने से मनुष्य मानसिक व शारीरिक तौर पर बहुत अधिक बलशाली हो जाता है। लेकिन सवाल आता है कि ब्रह्मचर्य का पालन कैसे करें ? ब्रह्मचर्य के क्या-क्या नियम है ? आपको इस पोस्ट में इन सभी सवालों का जवाब मिलेगा।

महावीर स्वामी ने ब्रह्मचर्य को सबसे श्रेष्ट तपस्या बताया है। ब्रह्मचर्य नियम, ज्ञान, दर्शन, चारित्र, संयम और विनय की जड़ है। लेकिन अगर आपको लगता है कि ब्रह्मचर्य का पालन सिर्फ तपस्वी ही कर सकते हैं, तो आप गलत हैं। क्योंकि इसका पालन हर कोई कर सकता है। आप गृहस्थ जीवन में रहकर भी समय-समय पर ब्रह्मचर्य का पालन कर सकते हैं और इसका लाभ ले सकते हैं। ब्रह्मचर्य का मतलब सिर्फ यह नही है कि इसमें स्त्री-पुरुष को शारीरिक संबंध बनाने से बचना होगा बल्कि इसके और भी बहुत से नियम हैं।

दरअसल ब्रह्मचर्य के बहुत से नियम होते है। जिनका पालन करके आप अपनी जिंदगी में बहुत बदलाव महसूस कर सकते है। आजकल के समय में इंटरनेट की वजह से युवाओं की मानसिकता खराब होती जा रही है। हमारी नई पीढ़ी अपनी भारतीय परंपराओं को भुलाकर पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित हो रही हैं। इसका खामियाजा भी हमें भुगतना पड़ रहा है क्योंकि इसके चलते युवाओं में मानसिक व शारीरिक दुर्बलता बढ़ने लगी है।

ब्रह्मचर्य किसे कहते हैं और ब्रह्मचर्य के फायदे :

brahmacharya rules and benefits

ब्रह्मचर्य दो शब्दो ‘ब्रह्म’ और ‘चर्य’ से मिलकर बना है। ब्रह्म का अर्थ होता है परमात्मा अर्थात ईश्वर व ‘चर्य’ का अर्थ है विचरना, यानी कि पर्मात्मा को विचरना, सदैव परमात्मा का ध्यान करना। ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचारी कहते हैं। आईए आपको बताते है ब्रह्मचर्य का पालन करने के क्या-क्या फायदे होते हैं..

1. बढ़ती है शारीरिक सुंदरता :

ब्रह्मचर्य के पालन से व्यक्ति की शारीरिक सुंदरता बढ़ती है। चाहे वो पुरुष हो या स्त्री दोनों के सौंदर्य में वृद्धि होती है। आपने सुना होगा कि पुराने समय में लोग आज के मुकाबले काफी लंबे चौड़े होते थे। बता दें कि उस समय लोग गृहस्थ जीवन जीते हुए भी ब्रह्मचर्य के नियमों का नियमित पालन करते थे। यही कारण है कि वे इतने ज्यादा सुंदर और बलवान होते थे। आप भी अगर ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करें तो अपने शरीर की सुंदरता और ताकत को बढ़ा सकते हैं।

2. उम्र होती है लंबी :

ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले दोष मुक्त होते हैं। ब्रह्मचर्य के पालन से ना सिर्फ शारीरिक बल मिलता है, अपितु इससे व्यक्ति की आयु भी बढ़ती है। चूंकि ब्रह्मचारी व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। जिससे उसको रोग होने की संभावना बहुत कम हो जाती है इसलिए ऐसे लोग लंबी आयु जीते हैं।

3. प्रोफेशन में होता है लाभ :

किसी भी आम व्यक्ति के मुकाबले एक ब्रह्मचारी के शरीर में ज्यादा उर्जा होती है जो उसे प्रोफेशन लाइफ में भी आगे बढ़ने में मदद करती है। इससे उसके परफोर्मेंस में निखार आता है और व्यक्ति अपनी हाई एनर्जी के कारण ज्यादा अच्छा काम कर पाता है। अगर आप भी ऐसी उर्जा को बनाये रखना चाहते हैं तो आज से ही ब्रह्मचर्य का पालन करना शुरू कर दें।

4. मानसिक रूप से होते है मजबूत :

ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले मानसिक रूप से बहुत मजबूत होते हैं। उनके अंदर चीजों को समझने की बेहतर क्षमता विकसित हो जाती है और उनका दिमाग भी तेजी से काम करता है। ब्रह्मचारी लोग हर प्रकार की सुख-दुःख की परिस्थितियों को आसानी से हैंडल कर लेते है। ब्रह्मचर्य आपको एक साहसी व्यक्ति बनाता है जिससे कायरता कोसों दूर रहती है।

5. सामाजिक जीवन में भी मिलता है फायदा :

सोशल लाइफ में भी ब्रह्मचर्य आपकी बहुत मदद करता है। जो भी व्यक्ति ब्रह्मचर्य का पालन करता है उसके अंदर गुस्सा, जलन और बैर जैसे भाव खत्म हो जाते हैं और व्यक्तित्व में बहुत सुधार आता है। ब्रह्मचारी लोगों के चेहरे पर हमेशा एक तेज व चमक बनी रहती है। ऐसा व्यक्ति हजारों की भीड में भी अलग नजर आता है।

ब्रह्मचारी कैसे बने ? ब्रह्मचर्य के नियम :

brahmacharya kya hota hai

1. महावीर स्वामी के अनुसार ब्रह्मचारी ऐसी जगह पर रहे, जहां शांत माहौल हो, बस्ती कम हो, व जहां पर स्त्रियां न रहती हों।

2. स्त्रियों से संबंधी ऐसी कोई भी बात न करें, जो चित्त में आनंद पैदा करती हों और विषय वासना को बढ़ाती हों।

3. ब्रह्मचारी स्त्रियों के अंगों को, उनके हावभावों व कटाक्षों को देखने से परहेज करें।

4. ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले व्यक्ति को रसीली चिकनी चीज जैसे- घी, दूध, दही, तेल, गुड़, मिठाई आदि को छोड़ देना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से विषय वासना को शीघ्र उत्तेजना मिलती है।

5. ब्रह्मचारी को समय पर भोजन करना चाहिए और भोजन भी ऐसा हो जो धर्म से मिला हो। उसे परिमित भोजन करना चाहिए।

6. ब्रह्मचारी को शरीर के श्रृंगार पर जरा भी ध्यान नहीं देना चाहिए। उसे न तो गहने पहनने चाहिए और न शोभा या सजावट के लिए और कोई मान करना चाहिए।

7. ब्रह्मचारी को शब्द, रूप, गंध, रस और स्पर्श- इन 5 तरह के कामगुणों को हमेशा के लिए छोड़ देना चाहिए।

नोट : एक सफल ब्रह्मचारी बनने के और भी बहुत सारे नियम होते हैं, यहाँ हमने सिर्फ कुछ ही नियम बताएं है। अगर आप इसके बारे में और अधिक विस्तार से जानना चाहते हैं तो ब्रह्मचर्य के नियमों से जुड़ी कोई किताब खरीद सकते हैं जिसमें आपको विस्तार से सभी नियमों का वर्णन मिलेगा। यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।

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यह खूबसूरत अभिनेत्री बनेगी क्रिकेटर मनीष पांडे की दुल्हन, इसी साल होगी शादी, जानिए कौन है यह..

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खबर है की क्रिकेट खिलाड़ी मनीष पांडे बहुत जल्द शादी के बंधन में बंधने जा रहे है। 30 वर्षीय मनीष पांडे दाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं। वे एक बेहतरीन फील्डर भी है। बतां दें कि जिस लड़की से उनकी शादी होने जा रही है उसका नाम अश्रिता शेट्टी है, जो कि पेशे से एक एक्ट्रेस है। पिछले काफी समय से सुनने में आ रहा था कि मनीष और अश्रिता एक दूसरे के साथ रिलेशनशिप में हैं। लेकिन अब यह पक्का हो गया है कि मनीष पांडे एक्ट्रेस अश्रिता शेट्टी के साथ सात फेरे लेने वाले हैं।

शादी की तारीख भी हो चुकी है फाइनल :

Ashrita Shetty

मनीष पांडे की शादी की तारीख भी फाइनल हो चुकी है। दरअसल बेवसाइट मिड डे की खबर के मुताबिक वे इसी साल दिसंबर में शादी करने वाले हैं। दोनों एक-दूसरे को काफी समय से डेट कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने अपने इस रिश्ते को सार्वजनिक नहीं किया था। मिली जानकारी के अनुसार दोनों की शादी कुमाऊंनी और दक्षिण भारतीय रीति रिवाज के तहत 2 दिसंबर को मुंबई में होगी।

शादी की रस्में दो दिन तक चलेंगी। दिसंबर के पहले हफ्ते में अपनी शादी का शेड्यूल रखने का एक कारण यह भी है कि उस दौरान भारतीय टीम के खिलाड़ी भी मुंबई में मौजूद रहेंगे, क्योंकि दिसंबर में वेस्टइंडीज के साथ टी-20 सीरीज होनी है। ऐसे में इंडियन टीम के खिलाड़ी शादी आसानी से अटेंड कर पाएंगे। उनकी शादी में कई बड़े खिलाड़ियों के शामिल होने की उम्म्मीद है।

साउथ की फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री है अश्रिता शेट्टी :

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अगर आप अश्रिता शेट्टी के बारे में पहले से नहीं जानते तो आपको बतां दें कि 26 वर्षीय अश्रिता साउथ की फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री है और उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में काम कर किया हैं जैसे Indrajith, Oru Kanniyum Moonu Kalavaanikalum और Udhayam NH4 ये कुछ फिल्में हैं जिनमें अश्रिता शेट्टी ने काम किया है। इसके अलावा उन्होंने कई विज्ञापनों में भी काम किया है। अश्रिता साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अभिनेता सिद्घार्थ के साथ फिल्म कर चुकी हैं। दोनों ने एक तमिल रोमांटिक थ्रिलर फिल्म Udhayam NH4 में काम किया था। लोगों ने इस फिल्म को खूब सराहा था।

IPL में शतक ठोकने वाले पहले बल्लेबाज हैं मनीष पांडे :

वहीं अगर बात करें मनीष पांडे कि तो फिलहाल वे कर्नाटक क्रिकेट टीम के कप्तान हैं और विजय हजारे ट्रॉफी में खेल रहे हैं। इससे पहले वे वेस्‍टइंडीज दौरे के वक्‍त भारतीय टीम का हिस्सा थे। मनीष पांडे का जन्म 10 सितम्बर 1989 नैनीताल, उत्तराखंड में हुआ। मनीष के पिता कृष्णानंद पांडे सेना में कर्नल पद से सेवानिवृत्त हैं। उनके करियर पर गौर करें तो उन्होंने अपने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत ज़िम्बाब्वे के खिलाफ 14 जुलाई 2015 में की थी।

मनीष पांडे आईपीएल में शतक ठोकने वाले सबसे पहले भारतीय बल्लेबाज हैं। मनीष पांडे ने 21 मई 2009 को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलते हुए डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ शतक जड़ा था। वे पहली बार इसी शतक को लेकर चर्चा में आए थे। मनीष पांडे ने अभी तक 23 वनडे और 31 टी-20 मैच खेले हैं।

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जानिए मखाना खाने के फायदे, रोजाना सिर्फ 1 मुट्ठी मखाने खाने से मिलते है 7 गजब के फायदे

मखाना, जिसे अंग्रेजी में फॉक्स-नट के नाम से जाना जाता है। यह बहुत ही पौष्टिक चीज है जिससे आपको बहुत सारे फायदे मिलते है। अक्सर नवरात्रि के दिनों में महिलाओं द्वारा इसे बहुत पसंद किया जाता है। बाजार में मिलने वाले अन्य ड्राई-फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट, पिस्ता, काजू और किशमिश के फायदों के बारे में आपने बहुत सुना होगा लेकिन पौष्टिक तत्वों के मामले में ‘मखाना’ भी बाकी ड्राई-फ्रूट्स से बिल्कुल कम नहीं है।

बतां दें कि मखाने का प्रयोग खाने के अलावा पूजा-पाठ में भी किया जाता है। भारत में प्राचीन काल से ही व्रत व धार्मिक त्‍योहारों में इसका इस्तेमाल होता रहा है। अगर इसमें मौजूद पौषक तत्वों की बात की जाए तो इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन व जिंक काफी मात्रा में पाया जाता है। इन सभी पौषक तत्वों की हमारे शरीर को बहुत आवश्कता होती है। इसलिए इन सब की पूर्ति करने के लिए आप रोजाना 1 मुट्ठी मखाने जरूर खाएं।

आज हम आपको मखाना खाने से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बताने वाले है। इन सब फायदों के बारे में जानकर आप भी अपनी डाइट में मखाने जरूर शामिल करना चाहेंगे। आप मखाने की खीर व सब्जी बहुत आसानी से बना सकते है। तो चलिए जानते है (makhana khane ke fayde) मखाना खाने के फायदे..

1. जोड़ों का दर्द होगा दूर :

आप जानते होंगे की हमारी हड्डियों के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है। कैल्शियम से भरपूर मखाने खाने से आपको जोड़ों के दर्द से बहुत राहत मिलेगी। अगर आप जोड़ों के दर्द व गठिया जैसे रोगों से परेशान है तो कुछ दिन मखाने खाकर देखिए आपको जरूर फर्क नजर आएगा।

2. ब्‍लड प्रेशर होता है कंट्रोल :

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आजकल बहुत से लोग हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से ग्रस्त हैं और इस बीमारी से छुटकारा पाना चाहते है। अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं, तो आज ही मखाने खाने शुरू कर दीजिए। क्योंकि इसमें सोडियम बहुत कम होता है और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे आपको हाई बीपी से राहत मिलती है। यह शरीर के ब्‍लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल रखता है।

3. तनाव कम करने में सहायक :

मानसिक तनाव को दूर करने के लिए भी आप मखाने खा सकते हैं। यह तनाव व अनिद्रा की समस्या को दूर करने वाला फूड है। इसको आप रात को सोने से पहले दूध के साथ खा सकते हैं। इसके सेवन से आपको बेहतर नींद आयेगी। यह आपकी नींद से संबधित सभी प्रकार की समस्याओं को दूर कर देगा।

4. दिल के लिए फायदेमंद :

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मखाने में मैग्नीशियम अच्छी-खासी मात्रा में होता है। जब शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता तो शरीर के सभी अंगों की कार्यप्रणाली पर इसका असर पड़ता है। मखाने में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में ब्‍लड व ऑक्सीजन के सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। यह हमारे शरीर में ब्लड व ऑक्सीजन के प्रवाह को संतुलित करता है। जिससे ह्रदय की बीमारी होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।

मखाना खाने के फायदे, Makhane khane ke fayde :

5. किडनी को करता है मजबूत :

इसमें मीठा बहुत कम होने की वजह से यह स्प्लीन को डिटॉक्‍सीफाइ करता है। किडनी को मजबूत बनाने और खून को साफ रखने के लिए मखानों का नियमित सेवन करना फायदेमंद रहता है। फूल मखाने में एस्‍ट्रीजन गुण भी होते हैं जिससे दस्त से राहत मिलती है।

6. वजन कम करने में फायदेमंद :

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मखाना फाइबर का अच्छा स्त्रोत है जबकि इसमे फैट बहुत कम होता है। जिससे आपको वजन घटाने में मदद मिलती है। मखाने में फाइबर ज्यादा मात्रा में होता है, जो आपके शरीर से अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद करता है। हर रोज स्नेकस के तौर पर एक छोटी कटोरी मखाने खाने से आप आसानी से अपना वजन कम कर सकते हैं।

7. पाचन में सुधार :

एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर मखाना बहुत आसानी से पच जाता है। इसे पचाने के लिए हमारे पाचन-तंत्र का ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। इसके अलावा जिन बच्चों को भूख कम लगती है उनको भी इसका नियमित सेवन करना चाहिए। यह आपकी भूख बढ़ाने में भी मददगार होता है।

मखाने खाने से उम्र बढ़ने के लक्षण जैसे झुर्रिया और बालों को सफेद होना भी कम होता है। लेकिन इसका सेवन करने से पहले एक बात का अवश्य ध्यान रखें की मखाने कभी भी जरूरत से ज्‍यादा न खाएं। क्योंकि जरूरत से ज्‍यादा खाने पर इससे आपकी हेल्‍थ को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि डॉक्टर की सलाह लेकर एक निश्चित मात्रा में ही इसका सेवन किया जाए।

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मिलिए भारत के दस ऐसे क्रिकेट खिलाड़ियों से जो हैं बिल्कुल शुद्ध शाकाहारी, नॉन-वेज से रहते है दूर

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हर एथलिट को खेल के मैदान में अच्छा प्रदर्शन करने व अपनी सेहत को दुरुस्त बनाए रखने के लिए एक अच्छी डाइट की जरूरत होती है। जिसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन्स, कार्बोहाइड्रेट, फैट व अन्य पोषक तत्व मौजूद हों। आप जानते हैं कि मांसाहारी चीजें प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। अंडे, मछली, मटन, चिकन, व अन्य सभी प्रकार की मांसाहारी चीजों में प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। लेकिन कुछ ऐसे भी खिलाड़ी है जो इन सभी चीजों से दूर रहते हैं।

आज हम आपको क्रिकेट जगत के कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जो शुद्ध शाकाहारी हैं और कभी भी मांस या मांस से बनी चीजों का सेवन नहीं करते। बावजूद इसके वे अपनी फिटनेस को बरकरार रखते हैं और अपने खेल में कोई कमी नहीं आने देते। इन खिलाड़ियों ने साबित किया है कि यह जरूरी नहीं कि अच्छी फिटनेस पाने के लिए मांसाहारी चीजों का ही सेवन किया जाए। आप शाकाहारी रहकर भी अच्छी फिटनेस व बॉडी बना सकते हैं। इस लिस्ट में कई बड़े खिलाड़ियों का नाम है। तो आईए जानते हैं Indian vegetarian cricketers के बारे में..

1. रोहित शर्मा :

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वर्तमान के सबसे सफल बल्लेबाजों में शुमार रोहित शर्मा अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए केवल शाकाहारी चीजें खाते हैं। रोहित शर्मा ने अपने खेल से पूरे क्रिकेट जगत को प्रभावित किया है। रोहित शर्मा एक ब्राह्मण परिवार से संबंध रखते हैं। यह भी एक कारण है कि वह मांसाहारी चीजों से दूर रहते हैं।

2. गौतम गंभीर :

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वैसे तो अब गौतम गंभीर क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं लेकिन जब वे मैदान पर खेलते थे तो उनका बल्ला रुकने का नाम नहीं लेता था। गौतम गंभीर ने कभी भी खाने में नॉन-वेज चीजों का प्रयोग नहीं किया। गौतम गंभीर एक शाकाहारी खिलाड़ी रहे है। अब वह सांसद भी बन चुके हैं। उन्होंने बीजेपी की टिकट से पूर्वी दिल्ली से चुनाव जीता है।

3. ईशांत शर्मा :

vegan indian cricketers शाकाहारी क्रिकेट खिलाड़ी

तेज गेंदबाज इशांत शर्मा एक ऊंची कद-काठी के खिलाड़ी हैं। जिनकी हाईट 6.3 फीट हैं। इशांत शर्मा अब ज्यादातर सिर्फ टेस्ट मैचों में ही खेलते दिखाई देते हैं। बता दें कि वे अपनी फिटनेस को बरकरार रखने के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन लेते हैं और नॉन-वेज से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है।

4. वीरेंद्र सहवाग :

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भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी एक प्योर वेजेटेरियन खिलाड़ी रहे हैं। अपने समय में गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने वाले सहवाग हमेशा शाकाहारी चीजें खाते हैं। सहवाग ने फेसबुक पर एक विडियो डालते हुए बताया भी था, कि जब वो बचपन में नजफगढ़ में रहते थे तब वो गाय और भैंस के थनों से दूध पीते थे। और अब दिल्ली आने के बाद भी वे गाय रखते हैं। उन्होंने अपनी दो गायों का नाम भी रखा है एक का नाम रानी है और दूसरी का सुंदरी।

5. सुरेश रैना :

Suresh raina meal

पिछले कुछ समय से टीम से बाहर चल रहे सुरेश रैना भी खाने में सिर्फ शाकाहारी चीजों को शामिल करते हैं वे नॉन-वेज से दूर रहते हैं। सुरेश रैना एक कश्मीरी पंडित परिवार से आते हैं और एक इंटरव्यू में यह बता चुके हैं कि वे मांसाहारी चीजों का सेवन नहीं करते हैं।

6. चेतेश्वर पुजारा :

Cheteshwar Pujara eating food

टेस्ट क्रिकेट में अपना दबदबा कायम करने वाले चेतेश्वर पुजारा काफी शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं। चेतेश्वर पुजारा बहुत ही धार्मिक व्यक्ति हैं और भगवान में बहुत आस्था रखते हैं। पुजारा मांसाहारी भोजन को छूते तक नहीं।

7. रविचंद्रन अश्विन :

Ravichandran Ashwin

चेतेश्वर पुजारा की तरह रविचंद्रन अश्विन की भी धर्म के प्रति बहुत आस्था है। वे हमेशा शुद्ध शाकाहारी भोजन खाना पसंद करते हैं। बता दें कि अश्विन तमिलनाडु से आते हैं और तमिलनाडु में शाकाहारी लोगों की संख्या काफी ज्यादा है।

8. भुवनेश्वर कुमार :

bhuvneshwar kumar with shikhar dhawan son

तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार मेरठ की एक ऐसे परिवार से नाता रखते हैं जो पूरी तरह शाकाहारी है। भुवनेश्वर कुमार व उनके परिवार का कोई भी सदस्य नॉन-वेज नहीं खाता है। भुवनेश्वर की डाइट प्लान में सिर्फ शाकाहारी चीजें शामिल होती हैं।

9. मनीष पांडे :

Manish Pandey

भारत के उभरते हुए युवा बल्लेबाज मनीष पांडे की फिटनेस लाजवाब है। उनकी इस फिटनेस का राज भी शाकाहारी खाना ही है। कर्नाटक के ब्राह्मण परिवार से संबंध रखने वाले मनीष पांडे ने आज तक कभी भी नॉन-वेज नहीं खाया है।

10. अनिल कुंबले :

Anil Kumble

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और कोच रह चुके अनिल कुंबले अपने दौर के एक सफल स्पिन गेंदबाज रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट की एक ही पारी में सभी 10 की 10 विकेट लेने का कारनामा रचने वाले अनिल कुंबले एक शाकाहारी खिलाड़ी रहे हैं उन्होंने अपनी फिटनेस के लिए कभी भी मांसाहार का सेवन नहीं किया।

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